राजनांदगांव
कांग्रेसियों ने फूंका पुतला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 अगस्त। बिजली बिल हाफ योजना यथावत रखने की मांग को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को बिजली आफिस के सामने पुतला दहन किया। वहीं कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कांग्रेसियों ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने प्रदेशभर में 400 यूनिट तक हॉफ बिजली बिल योजना को बंद कर दिया है। योजना बंद होने से एक तरह से गरीब जनता पर अत्याचार के समान है। पहले से ही जनता महंगाई की मार से परेशान है और अब आर्थिक भार डालते 400 यूनिट को घटाकर 100 यूनिट खपत करने वालों को हाफ बिजली बिल योजना का लाभ मिल सकेगा, बाकि जनता को पूरा बिल भुगतान करना पड़ेगा। इस तरह कहा जाए तो भाजपा सरकार हिटलरशाही नीति अपना रही है। जिसको लेकर शहर जिला व ग्रामीण कांग्रेस द्वारा कैलाशनगर बिजली आफिस के सामने विरोध-प्रदर्शन कर पुतला दहन किया गया।
शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री ने बताया कि साय सरकार द्वारा हाफ बिजली बिल योजना के तहत 400 यूनिट की सीमा को समाप्त कर आम जनता के साथ खिलवाड़ कर रही है। जिसको लेकर शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा व जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष भागवत साहू के नेतृत्व कैलाशनगर स्थित बिजली कार्यालय के सामने विरोध-प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का पुतला दहन कर हॉफ बिजली बिल योजना यथावत रखने की मांग गई। शहर अध्यक्ष श्री छाबड़ा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते कहा कि सरकार आते ही भाजपा पार्टी जनविरोधी नीति अपनाते लगातार बिजली बिल के दामो में वृद्धि कर रही है। अब हॉफ बिजली बिल योजना को बंद किया जा रहा है। जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश के गरीब जनता को 400 यूनिट तक हॉफ बिजली बिल योजना से राहत देने का काम करते उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने में किया था। उसे साय सरकार द्वारा बंद किया जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है। हम कांग्रेस इसका पूरजोर विरोध करते हैं और हॉफ बिजली बिल योजना को यथावत रखने की मांग करते है। ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष भागवत साहू ने कहा कि डेढ़ साल के भीतर साय सरकार द्वारा घरेलू बिजली की दरों में अब तक कुल 80 पैसे प्रति यूनिट बढ़ोत्तरी की है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा हाफ बिजली बिल सहयोग सहायता योजना मिल रही है, उसे भी बंद कर रही है।
पुतला दहन में धनेश पाटिला, कमलजीत सिंह पिन्टू, जितेन्द्र मुदलियार, श्रीकिशन खंडेलवाल, पदम कोठारी, रमेश राठौर, दिनेश शर्मा, रमेश डाकलिया, कुतबुद्दीन सोलंकी, इकरामुद्दीन सोलंकी, महेन्द्र यादव, हेमा देशमुख, मेहुल मारू, संतोष पिल्ले, शारदा तिवारी, झम्मन देवांगन, आसिफ अली, सूर्यकांत जैन, रितेश जैन, माया शर्मा, मामराज अग्रवाल, शकील रिजवी, अशोक फडऩवीस सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी शामिल थे।


