राजनांदगांव

आवास प्रगति सभा में शामिल हुई प्रभारी कलेक्टर
07-Aug-2025 5:00 PM
आवास प्रगति सभा में शामिल हुई प्रभारी कलेक्टर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 अगस्त
। मोहला-मानपुर-अं. चौकी  जिले की प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ भारती चंद्राकर ने बुधवार को मानपुर के ग्राम पंचायत सीतागांव एवं कारेकट्टा में आयोजित ग्राम आवास प्रगति सभा में शामिल हुई। उन्होंने आवास हितग्राहियों को आवास के कार्य में प्रगति लाने हेतु प्रोत्साहित किया। विगत एक सप्ताह में 185 ग्राम पंचायतों में ग्राम आवास प्रगति सभा का आयोजन किया जा चुका है। जिसका उदेश्य आवास निर्माण में हितग्राहियों को आ रही समस्या एवं शिकायतों का निराकरण कर आवास पूर्णत: में प्रगति
लाना है।

उन्होंने ग्राम पंचायतों में  स्वीकृत आवास एवं निर्माणधीन आवासों की जानकारी ली। उन्होंने आवास निर्माण में आ रही समस्याओं पर हितग्राहियों से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि आवास की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। ग्रामीणों द्वारा राजमिस्त्री की समस्या से अवगत करवाया गया। श्रीमती चंद्राकर कहा कि शासन की योजना अंतर्गत स्थानीय युवाओं राजमिस्त्री की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी। जिसमें ग्राम पंचायत स्तर पर राजमिस्त्री के ट्रेनिंग के लिए 25 युवाओं को शामिल करना है। इससे स्थानीय स्तर पर राजमिस्त्री एवं युवाओं को रोजगार उपलब्ध होंगे। साथ ही आवास के कार्य में भी तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि आवास निर्माण पूर्ण करने वाले हितग्राहियों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने ग्राम कारेकट्टा के मनुराम कोर्राम के निर्माणधीन आवास का निरीक्षण किया एवं आवास के कार्य को अतिशीघ्र पूर्ण करने हेतु प्रोत्साहित किया।

 जारी होगा शोकॉज नोटिस
प्रभारी कलेक्टर ने मानपुर के ग्राम पंचायत हलांजूर के निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने आंगनबाड़ी के धीमी प्रगति पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने पीओ, टीए, पंचायत सचिव को शोकॉज नोटिस देने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित ठेकेदार से तत्काल कार्य प्रारंभ कर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
ग्राम सीतागांव के प्राथमिक, हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूल में बुधवार को पालक शिक्षक मेगा बैठक सम्पन्न हुआ। जिसमें प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती चंद्राकर शामिल हुई। उन्होंने कहा कि पालक शिक्षक मेगा बैठक शासन की अच्छी पहल है। जिसके माध्यम से पालक एवं शिक्षक आमने सामने बैठकर सीधा संवाद के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित कर सकते है। उन्होंने कहा कि पालक इस बैठक के माध्यम से स्कूलों में बच्चों की समस्या एवं पढ़ाई को लेकर अपनी शंकाओं को भी दूर कर सकते हैं।


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