राजनांदगांव

बांध-बैराज से छोड़े जा रहे पानी
30-Jul-2025 4:54 PM
बांध-बैराज से छोड़े जा रहे पानी

जुलाई के आखिरी दिनों में बादलों की मेहरबानी से जलाशय  लबालब

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 30 जुलाई। रोजाना हो रही बारिश ने बांध-बैराजों को लबालब कर दिया है। जिले के बड़े जलाशय लगभग पूरी तरह से भर चुके हैं। तय क्षमता से अधिक भराव होने पर बैराजों से पानी छोड़ा जा रहा है।

सबसे बड़े जलाशय मोंगरा में रोजाना हजारों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसके कमतर खातूटोला, सूखानाला और घुमरिया नाला से पानी छोड़ा जा रहा है। बैराज प्रबंधन का कहना है कि मोंगरा की तुलना में इन बांधों का जलभराव क्षमता कम है। ऐसे में  बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है। सितंबर के पहले पखवाड़े से ही जल पूरी तरह से भरा जाएगा। भादो और क्वांर के महीने भी अच्छी बारिश होती है। साथ ही मानसून बरसते हुए वापस लौटता है। इस दौरान भी बांध-बैराज में पानी भरा जाता है।  इस संबंध में बैराज के ईई भूपेन्द्र बावनखेड़े ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि मोंगरा बैराज से 6 हजार क्यूसेक, सूखानाला से 1530 क्यूसेक, घुमरिया 730 और खातूटोला से 630 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। कैचमेंट एरिया से पानी की आवक बनी हुई है। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में भी मूसलाधार बारिश हो रही है। जिसके चलते मोंगरा की जलक्षमता बढ़ी है। इस साल सावन में बादलों ने अच्छी मेहरबानी दिखाई। परिणामस्वरूप शिवनाथ समेत अन्य सहायक नदियां उफान पर है। मूसलाधार बारिश से सभी एनीकट लबाबल है। इस बीच बुधवार को बारिश थम गई। हालांकि आसमान में बादल अब भी छाए हुए हैं। माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिनों में तेज बारिश होगी। खासतौर पर पठारी इलाकों में मानसून के सक्रिय रहने की संभावना है।


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