राजनांदगांव

मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, नदी और सरोवर लबालब, फसल को नुकसान
29-Jul-2025 4:32 PM
मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, नदी और सरोवर लबालब, फसल को नुकसान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 29 जुलाई। जिले में मूसलाधार बारिश फिर शुरू हो गई है। मंगलवार सुबह से समूचे जिले में बादल बरस रहे हैं। सिलसिलेवार बारिश से अब जनजीवन पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। मूसलाधार बारिश से नदी और सरोवर लबालब हो गए हैं। रोज हो रही बारिश से धान की फसल को जबर्दस्त नुकसान पहुंच रहा है। खेत भी पानी में डूबे हुए हैं। तेज बारिश के चलते फसलों को सम्हलने में दिक्कत हो रही है। निंदाई के बाद फसलों को पानी की आवश्यकता थी।

पिछले सप्ताहभर से रूक-रूककर हो रही बारिश से खेतों में अब पर्याप्त पानी आ गया है। किसान खेतों के पानी को छोड़ रहे हैं। सावन के आखिरी दिनों में हो रही बारिश से पानी की किल्लत भी खत्म हो गई है। राजनांदगांव एवं खैरागढ़ तथा मोहला-मानपुर इलाके के बड़े बांध-बैराज छलक रहे हैं। खैरागढ़ के पिपरिया, प्रधानपाठ बैराज, रूसे और रानी रश्मिदेवी जलाशय में भी 60 से 70 फीसदी पानी भर गया है। खैरागढ़ में 4 दिन पहले हुई बारिश से पूरा नगर जलमग्न हो गया था। प्रधानपाठ बैराज मूसलाधार बारिश से डूबा रहा। 

इधर राजनांदगांव जिले के खातूटोला, सूखानाला और घुमरिया बैराज में भी पर्याप्त पानी भर गया है। इसके साथ ही मोहला-मानपुर जिले के मोंगरा बैराज  में भी रोजाना पानी छोड़ा जा रहा है। मोहला-मानपुर जिले में भी रोज बादल बरस रहे हैं। इस बीच राजनांदगांव शहर के निचली बस्तियों में भी पानी घुसने का खतरा बढ़ गया है। श्रमिक बाहुल्य इलाकों में पानी भरने का खतरा मंडराने लगा है। मोहारा एनीकट  से शिवनाथ की धार बढ़ गई है। शिवनाथ नदी के अलावा सहायक नदियां भी उफान पर है। मंगलवार सुबह से अनवरत हो रही बारिश से जनजीवन पर विपरीत असर पड़ा है। बारिश के चलते लोगों का दैनिक कामकाज प्रभावित हुआ है। इस बीच बारिश के सीजन में टोपी, छाता और रेनकोट की मांग बढ़ी है। व्यापारियों के लिए यह सीजन कमाई का साबित हो रहा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में और तेज बारिश होने की चेतावनी जारी की है।

शहरवासियों को दोनों समय मिलेगा पानी

मोहारा शिवनाथ नदी में पर्याप्त पानी होने के कारण शहर में दोनों समय पेयजल आपूर्ति की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष ग्रीष्म ऋतु में प्रारंभ से ही नदी का जल स्तर अत्यंत कम होने के कारण जल संग्रहण में कमी आई। जिससे शहर के उच्च स्तरीय जलागारों (पानी टंकियों) को भरने में काफी समय लग रहा था। जिसके कारण शहर में दोनों समय जल आपूर्ति (पानी सप्लाई) करने में कठिनाई आ आई और दो दिन में तीन समय शहर में पेयजल सप्लाई की जा रही थी। वर्तमान में वर्षा ऋतु में मोहारा नदी में पर्याप्त पानी होने पर दोनों समय पेयजल आपूर्ति की जाएगी।

पेयजल सप्लाई के संबंध में महापौर मधुसूदन यादव ने बताया कि मोहारा शिवनाथ नदी एनीकट निर्माण के बाद नदी के सील्ट की सफाई नहीं होने के कारण एनीकट के 40 प्रतिशत हिस्से में सील्ट जमा हो गया। जिससे जल भंडारण क्षमता में कमी आई थी। सील्ट निकालकर ग्रीष्म ऋतु में जलाशयों से पानी लेकर  पानी की उपलब्धता के आधार पर दो दिन में तीन समय पेयजल आपूर्ति की गई। उन्होंने बताया कि वर्तमान में वर्षा ऋतु में अब तक अच्छी बारिश होने पर मोहारा शिवनाथ नदी में पानी की पर्याप्त संग्रहण को देखते नगरवासियों को दो समय सुबह एवं शाम निर्धारित समय में पेयजल आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि जिस प्रकार ग्रीष्म ऋतु में आप सबका सहयोग मिला, उसी प्रकार हर समय सहयोग करें, पानी का अपव्यय न करें।


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