राजनांदगांव

नकली डीजल बेचने के कारोबार का भंडाफोड़
24-Jul-2025 4:56 PM
नकली डीजल बेचने के कारोबार का भंडाफोड़

9 टंकी जब्त, चिचोला इलाके में गुजरात का व्यापारी कर रहा था टैक्स की चोरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 24 जुलाई। राजनांदगांव जिले के बार्डर इलाके में एक नकली डीजल बेचने के कारोबार का जीएसटी के अफसरों ने भंडाफोड किया है।

एक बंद ढाबा में अवैध रूप से बेस डीजल का व्यापार से लाखों रुपए के जीएसटी चोरी करने की जानकारी छत्तीसगढ़ के अफसरों तक पहुंची थी। राजधानी रायपुर में जीएसटी कमिश्नर पुष्पेन्द्र मीणा को चिचोला क्षेत्र में बेस डीजल को असली डीजल बताकर ट्रक चालकों को बेचने की भनक लगी थी। उन्होंने इसके लिए एक टीम का गठन किया। दुर्ग के बिजनेस इंटेलिजेंस अफसर संदीप यदु और राजनांदगांव की सहायक जीएसटी कमिश्नर कविता के नेतृत्व में एक टीम ने बुधवार को चिचोला से सटे रानीतराई स्थित फेनी इंटरप्राईजेस में दबिश दी। जीएसटी की टीम को अवैध तरीके से नकली डीजल बेचने के साक्ष्य मिले। टीम ने करीब 4-4 हजार लीटर की क्षमता वाले 9 टंकियों को भी जब्त किया है।

बताया जा रहा है कि ढाबा में झारखंड का रहने वाला एक व्यक्ति बतौर कर्मी अवैध कारोबार को चला रहा था। जबकि उसका मालिक गुजरात का रहने वाला है। गुजरात के रहने वाले मनसुख गुहानी नामक व्यक्ति इस कारोबार का मास्टर माईंड है। फिलहाल वह गुजरात में है। टीम ने  कारोबार में प्रयुक्त सभी सामानों को जब्त किया है। बताया जा रहा है कि बेस आईल के नाम पर टैक्स चोरी की जा रही थी। गुजरात से भारी पैमाने पर बेस डीजल का कारोबार बार्डर क्षेत्र में किया जा रहा था।  टीम ने कार्रवाई के दौरान तकरीबन 35 से 40 हजार लीटर बेस डीजल जब्त किया है। वहीं मौके से डीजल बेचने के लिए प्रयुक्त टैंकर और अन्य सामान भी टीम के हाथ लगा है।

एक जानकारी के मुताबिक कारोबारी द्वारा ढाबा में असली डीजल का हवाला देकर 70 से 72 रुपए प्रति लीटर ट्रक चालकों को बेचा जा रहा था। बेस डीजल जीएसटी के दायरे में आता है। गुजरात से खरीदी कर डीजल को बार्डर क्षेत्र में खपाया जा रहा था। जिससे छत्तीसगढ़ सरकार को टैक्स नहीं मिल रहा था। नकली डीजल बेचे जाने की भनक जीएसटी के अफसरों को लगी थी। जीएसटी आयुक्त मीणा ने अवैध कारोबार पर नजर रखने के लिए एक टीम को इलाके में तैनात किया था।

इस संबंध में श्री मीणा ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि छापमार कार्रवाई की गई है। विस्तृत जानकारी जल्द ही जारी की जाएगी। इधर जीएसटी विभाग ने कारोबारी मनसुख गुहानी को भी पूछताछ के लिए तलब किया है। उनके बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं छापे के बाद जीएसटी विभाग ने पुलिस को भी जानकारी दी है। जिसमें विस्फोटक सामग्री बेचने का लाईसेंस, पर्यावरण विभाग की अनुमति संबंधी अन्य आवश्यक दस्तावेज की जांच करने पुलिस को कहा है।


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