राजनांदगांव

गोवा सीएम के फंड को भी दी थी आर्थिक मदद
प्रदीप मेश्राम
राजनंादगांव 9 जुलाई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। गांजा की खेप रखने के आरोप में जेल में बंद डोंगरगढ़ के योगी बाबा कांति अग्रवाल के बैंक खातों की जांच कर रही पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है।
बाबा ने कोरोना काल में प्रधानमंत्री सहायता कोष के लिए 25 लाख रुपए देकर अपनी आर्थिक उदारता का परिचय दिया था। साथ ही गोवा में रहते हुए वैश्विक महामारी कोविड-19 से उबरने के लिए बाबा ने मुख्यमंत्री सहायता कोष को भी मदद की थी। पुलिस को वित्तीय लेनदेन में फिलहाल बाबा के खिलाफ मिले प्रमाण सही लग रहे हैं। बाबा के सीए के जरिये पुलिस को पिछले 7 सालों का आर्थिक लेनदेन के दस्तावेज मिले हैं। जिसमें पुलिस को कोई वित्तीय गड़बड़ी नहीं होने की जानकारी मिली है। नारकोटिक्स एक्ट के तहत कांति बाबा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
कुछ दिनों पहले बाबा को पूछताछ के लिए पुलिस ने प्रोडक्शन रिमांड मिली थी। बाबा ने आश्रम के लिए जमीनी की खरीदी से लेकर सभी तरह के आय के स्रोत की विस्तृत जानकारी दी। बाबा के बताए जानकारी की जांच के लिए पुलिस ने गोवा में रहने वाले सीए से भी बातचीत की। सीए ने बाबा के बैंक खातों की एक लंबी-चौड़ी लिस्ट पुलिस को उपलब्ध करा दी। बताया जा रहा है कि योग शिक्षा के लिए बाबा ने विदेशी शिष्यों से बैंक खाते के जरिये ही अपनी फीस ली। बाबा ने गोवा में रहते यूरोप समेत एशियाई देशों के शिष्यों को योग के गुर सिखाए। इसके एवज में मोटी रकम भी बाबा ने शिष्यों से ली।
बताया जा रहा है कि गोवा में आश्रम संचालन के दौरान भी कैश के बजाय बाबा ने स्वाईपिंग मशीन और क्रेडिट कार्ड से भी फीस हासिल की। इस तरह डोंगरगढ़ पुलिस को बाबा के बैंक खातों में गड़बड़ी नहीं मिली है। हालांकि पुलिस ने आश्रम में मादक पदार्थ के आदी लोगों को पनाह देने का भी बाबा पर आरोप है। ऐसी चर्चा है कि बाबा के आश्रम में नशेडिय़ों का रोज जमावड़ा होता था। 2 किलो गांजा रखने के पीछे बाबा का उद्देश्य युवाओं को नशे के लत में झोंकना था। 38 एकड़ वाले आश्रम में नशेडिय़ों की आवाजाही के चलते डोंगरगढ़ पुलिस की बाबा पर नजर पड़ी। पुलिस ने पुख्ता सूचना के आधार पर छापामारी में 2 किलो गंाजा और ढ़ेरों चिलम जब्त किया। पुलिस बाबा के द्वारा संचालित एक फाउंडेशन की भी जांच कर रही है। जिसमें पुलिस को वित्तीय लेनदेन में कोई खामियां नहीं मिली है।