राजनांदगांव
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सोमनी इलाके के फुलझर के फैक्ट्री पर पीडब्ल्यूडी मेहरबान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 जून। सोमनी इलाके में एक फैक्ट्री को बिना प्रशासनिक अनुमति के पीडब्ल्यूडी ने पाईप लाइन बिछाकर मेहरबानी दिखाई है। पीडब्ल्यूडी ने पाईप लाइन बिछाने से पूर्व न तो जल संसाधन विभाग और पंचायत से अनुमति ली है। अब इसके खिलाफ आसपास के ग्रामीण लामबंद हो गए। इस मामले को लेकर ग्रामीणों से मुलाकात कर पीडब्ल्यूडी के खिलाफ शिकायत की है। वहीं बायो फ्यूल्स फैक्ट्री के द्वारा पेयजल को दूषित करने का भी आरोप लगाया है।
मिली जानकारी के मुताबिक सोमनी के फुलझर क्षेत्र में न्यू लुक बायो फ्यूल्स फैक्ट्री ने इंदावानी जलाशय में पाईप लाइन बिछा दी है। जिसके पानी का इस्तेमाल आसपास के आधा दर्जन से ज्यादा गांव के लोग करते हैं। जिसमें प्रमुख रूप से कोपेडीह, टेडेसरा, देवादा और बिरेझर के किसान इंदावानी जलाशय के पानी का उपयोग करते हैं। इसके लिए ग्रामीण टैक्स भी चुका रहे हैं। इससे परे पीडब्ल्यूडी ने पाईप लाइन खुदाई करने की अनुमति दे दी। जबकि जल संसाधन विभाग ने फैक्ट्री को अनुमति देने से इन्कार कर दिया था। फैक्ट्री मालिक द्वारा धड़ल्ले से पाईप लाइन बिछाने के लिए सडक़ किनारे खुदाई कर दी गई है। अब इस मामले को लेकर प्रबंधन के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। पंचायतों ने भी फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में ग्राम पंचायत देवादा की सरपंच लक्ष्मी साहू ने कलेक्टर से मिलकर शिकायत की है। भाजपा की महिला मोर्चा की महामंत्री कनक दुबे भी शिकायत लेकर कलेक्टर के समक्ष खड़ी हो गई। पाईप लाइन के काम को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए अलग-अलग स्तर पर शिकायतें की गई है।
ग्रामीणों ने साफ तौर पर कहा कि सोमनी से लगे औद्योगिक क्षेत्र के गांव पहले से ही जल संकट से जूझ रहे हैं। पानी के लिए संघर्ष की स्थिति रहती है। इंदावानी जलाशय का पानी विशुद्ध रूप से पीने लायक है। ऐसे में फैक्ट्री को पानी देने से कई गांव प्रभावित होंगे। इंदावानी जलाशय का निर्माण ग्रामीणों के जमीन का अधिग्रहण कर किया गया है। गर्मी में निस्तारी और पेयजल के लिए इंदावानी जलाशय एक बड़ा सहारा है। फैक्ट्री के लिए पानी दिए जाने से पेयजल संकट स्वभाविक रूप से बढ़ेगा। इसी के चलते ग्रामीण पाईप लाइन का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि न्यू लुक बायो फ्यूल्स कंपनी की मनमानी को प्रशासनिक अधिकारी शह दे रहे हैं। उनकी मेहरबानी से फैक्ट्री प्रबंधन ने प्रशासनिक अनुमति नहीं होने के बावजूद पाईप लाइन बिछाने का दुस्साहस किया।