राजनांदगांव

महीनों की रेकी के बाद सूने मकान में की चोरी
19-Jun-2025 3:21 PM
महीनों की रेकी के बाद सूने मकान में की चोरी

सीसीटीवी फुटेज की मदद से दो महिला समेत आधा दर्जन गिरफ्तार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 19 जून। हास्पिटल कॉलोनी के एक सूने मकान में लाखों रुपए के सोने-चांदी के जेवरात और नगदी रकम की चोरी करने वाले दो महिला समेत  आधा दर्जन आरोपियों को पुलिस ने चंद घंटों में ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी के जेवरात और रूपए तथा चोरी की घटना में प्रयुक्त सामानों को भी जब्त कर लिया।

बताया गया कि आरोपियों ने प्रार्थी से उसके घर और घर के सदस्यों व उनके आने-जाने की जानकारी एकत्रित कर उसकी कई महीनों से रेकी कर रहे थे। उसके बाद आरोपियों ने मकान में धावा बोलकर चोरी की घटना को अंजाम दिया था। वहीं पुलिस ने चोरी के आरोपियों को पकडऩे  आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से चोरों तक पहुंच पाई।

मिली जानकारी के अनुसार गौरवपथ स्थित हास्पिटल कॉलोनी निवासी प्रार्थी धीरज कन्नौजिया ने बसंतपुर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 17 जून को उसकी पत्नी एवं माता अपने-अपने काम पर चले गए थे। 17 जून को सुबह 9.30 बजे अपने ड्यूटी पर चला गया था। दोपहर करीबन 2 बजे उसकी पत्नी वापस लौटी तो घर का दरवाजा खुला हुआ मिला और घर के अंदर जाकर देखी तो फोन कर बताई कि घर में चोरी हो गई है, तब घर आकर देखा तो घर का लॉकर टूटा  व आलमारी के अंदर रखे नगदी रकम एक लाख 50 हजार रुपए एवं सोने-चांदी के जेवरात कीमती 2 लाख 50 हजार कुल कीमती 4 लाख रुपए को अज्ञात चोर चोरी कर ले गया। रिपोर्ट पर थाना बसंतपुर में अपराध सदर पंजीबद्व कर विवेनचा में लिया गया। थाना प्रभारी बसंतपुर एमन साहू व साइबर सेल प्रभारी विनय परमार के नेतृत्व में संयुक्त टीम तैयार किया गया।

विवेचना के दौरान घटनास्थल के आसपास के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और फुटेज के आधार पर संदेही देवव्रत यादव 21 साल निवासी ग्राम अर्जुनी गोडपारा गुंडरदेही बालोद,  तिलक साहू 24 साल निवासी ग्राम अर्जुनी बाजारपारा गुंडरदेही बालोद, देवानंद देशलहरे 30 साल निवासी ग्राम घुमका स्कूलपारा बालोद, लिलेश यादव 36 साल निवासी ग्राम अर्जुनी गोडपारा गुंडरदेही बालोद एवं अन्य 2 महिला को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ किया गया, जो जुर्म करना स्वीकार किया गया। आरोपियों के कब्जे से चोरी किए गए सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम तथा घटना में प्रयुक्त हथौड़ी, पेंचकस को जब्त कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा के समक्ष पेश किया गया।  न्यायालय से आरोपीगण एवं आरोपिया का जेल वारंट प्राप्त होने पश्चात जिला जेल राजनांदगांव महिला जेल दुर्ग दाखिल किया गया है।

महीनों से कर रही थी रेकी

 

आरोपिया द्वारा अपनी सहेली आरोपिया के साथ एक राय होकर अपने परिचित प्रार्थी के घर के बारे में पूर्ण जानकारी इकट्टा की।  प्रार्थी के परिवार के लोग कब घर पर रहते हैं और कब बाहर जाते हैं और कब वापस घर आते हैं। कई महीनों से रैकी करते रही। उसके घर पर चोरी करवाने अपनी सहेली से आदमी जुगाड़ करने को कही, तब आरोपिया द्वारा अपने पूर्व परिचित देवानंद देशलहरे उर्फ  देवा 30 वर्ष निवासी ग्राम घुमका बालोद जो पूर्व में जिला अस्पताल में वार्डबॉय का काम करता था, अब पाईप फिटिंग का काम करता है, को चोरी की घटना को अंजाम देने कहा और तीनों प्लान बनाए कि  बाहर से कोई चोर बुलवाकर प्रार्थी के घर चोरी की घटना को अंजाम देंगे। उसके बाद आरोपी देवानंद उर्फ  देवा द्वारा अपने परिचित लिलेश यादव को अपने साथ राजनांदगांव लाया और चारों मिलकर चोरी करने का प्लान बनाए।

देवानंद और लिलेश दोनों प्रार्थी के घर पर चोरी करने गए, परन्तु घर के पास पहुंचकर दोनों डर गए, कुछ देर बाहर रूकने के पश्चात दोनों वापस आरोपिया एवं उसकी सहेली के पास लौट गए और बोले कि हमें डर लग रहा है किसी और को चोरी करने तैयार करेंगे, फिर  एक दिन लिलेश अपने गांव के ही परिचित दो युवक देवव्रत यादव उर्फ  देव एवं तिलक साहू को इस काम के लिए तैयार कर राजनांदगांव बुलाए। 17 जून को प्लान के मुताबिक देवानंद और लिलेश अपने मोटर सायकल से, देवव्रत और तिलक अपने स्कूटी से और आरोपिया एवं उसकी सहेली अपने स्कूटी से सभी 2-2 सवारी राजनांदगांव के रानीसागर तालाब के पास इक_ा हुए। 

सूनसान जगह में बांटे चोरी के सामान

आरोपिया देवव्रत यादव को लेकर प्रार्थी के घर गई, वहां उसने उसे घर दिखाई उसके बाद दोनों लौटकर रानीसागर तालाब के पास वापस लौट गए। उसके पश्चात 6वे आरोपियों के प्लान के मुताबिक अन्य 4 आरोपी वहीं रूके रहे। देवव्रत और तिलक दोनों को आरोपिया द्वारा ताला तोडऩे का औजार दिया गया, जिसे लेकर वे दोनों प्रार्थी के मकान की ओर चले गए, उसके बाद दोनों प्रार्थी के मकान में पहुंचकर दरवाजा का ताला तोडक़र घर के अंदर घुसे। प्रार्थी के घर में रखे आलमारी से सोने चांदी के जेवरात और 02 नग पैसा जमा करने वाले चुकिया में रखे रकम को निकाल कर वापस रानीसागर तालाब के पास पहुंचे। उसके बाद दोनों अपना कपड़े  बदल दिए, फिर सभी आरोपी वहां से गुंडरदेही की ओर निकले। रास्ते में नदी के किनारे सुनसान जगह पर सभी एक साथ बैठकर चोरी के जेवरात को छंटनी किए और आर्टिफिशियल  गहने को एयरबैग में रख दिए और बांकी असल सोनी-चांदी के जेवरात को आपस में बांट लिए।


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