राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 जून। मोहड़ में अवैध रेत उत्खनन और गोलीबारी के मामले में कांग्रेस नेता जितेंद्र मुदलियार ने प्रशासनिक व कानून व्यवस्था को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव के इतिहास में ऐसी नौबत कभी नहीं आई। भाजपा सरकार में ग्रामीणों पर गोली चल रही है। जिला प्रशासन, खनिज विभाग और पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे इस तरह की वारदात उनके संरक्षण और संलिप्तता को जाहिर करता है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का निर्वाचन क्षेत्र व गृहमंत्री विजय शर्मा का प्रभार वाला जिला और भाजपा सरकार में कथित विष्णु के सुशासन में राजनांदगांव अपराध का गढ़ बनता जा रहा है। आए दिन कोई न कोई वारदात हो रही है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में हमलावरों पर कड़ी कार्रवाई तो होनी ही चाहिए। इसके अलावा उन चेहरों को बेनकाब किया जाना चाहिए, जिनके चलते मोहड़ में ऐसी स्थिति बनी। ग्रामीण कई नामों का खुलासा कर रहे हैं, पुलिस इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। अब तक एफआईआर में अवैध तरीके से उत्खनन में शामिल जेसीबी और हाइवा के मालिक के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है, जो कि पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़े करता है।
श्री मुदलियार ने कहा कि स्पष्ट संकेत है कि इस पूरे प्रकरण में प्रशासनिक, राजनीतिक संरक्षण दिया गया है। रेत माफियाओं ने इसके ही बूते इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। दूसरी ओर जिलेभर में अवैध उत्खनन के मामले जारी है। लगातार इसकी शिकायतें सामने आ रही है और कई लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं, लेकिन खनिज और जिला प्रशासन इसे लेकर पूरी तरह उदासीन है। इसका ही नतीजा है कि मोहड़ में ग्रामीणों पर गोली तक चल गई।
उन्होंने कहा कि विस अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह व गृहमंत्री विजय शर्मा अब तक इस मामले में चुप हैं। उनकी चुप्पी से यह मामला दबने वाला नहीं है। ये मामला अब सिर्फ गोली चलाने वाले रेत माफियाओं तक भी नहीं सिमटने वाला है। यह पूरा विषय काफी संवेदनशील है और हम पीडि़त परिवारों और जनता के साथ हैं, जब तक इस पूरे मामले में जिम्मेदारों पर कार्रवाई न हो, पर्दे के पीछे के चेहरे न सामने आएं हम इसे लेकर हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ते रहेंगे।
घायलों के परिजनों से की मुलाकात
ग्राम मोहड़ में रेत माफिया और उसके गुर्गों के हमले से प्रभावित ग्रामीणों से श्री मुदलियार ने मुलाकात की। घायलों के परिजनों से मिलकर उनकी व्यथा सुनी। सरकार और सिस्टम पर उनका आक्रोश वाजिब है। ग्रामीणों से पूरे मामले की जानकारी ली और आश्वस्त किया कि आपराधिक तत्वों और अन्याय के खिलाफ हर लड़ाई में हम उनके साथ हैं।


