राजनांदगांव

तेन्दूपत्ता तोड़ाई लक्ष्य से पिछड़ी
30-May-2025 4:30 PM
तेन्दूपत्ता तोड़ाई लक्ष्य से पिछड़ी

80 हजार 800 मानक बोरा की तुलना में 67 हजार तेन्दूपत्ता संग्रहण

संग्रहण के एवज में 38 करोड़ का होगा भुगतान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 30 मई। राजनांदगांव जिले में इस बार निर्धारित लक्ष्य की तुलना में तेन्दूपत्ता की तोड़ाई  काफी पिछड़ी रही। हालांकि वन महकमा का दावा है कि हर साल तोड़ाई का लक्ष्य शत-प्रतिशत नहीं हो पाता।

इस साल मानसून भी जल्दी ही सक्रिय हो गया। मई के आखिरी दिनों में तोड़ाई पर प्रतिकूल मौसम हावी रहा। इसके चलते तोड़ाई पर विपरीत असर पड़ा है। एक जानकारी के मुताबिक जिले में कुल 50 समितियों में 51 लॉट की नीलामी होनी थी। तेन्दूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य 80 हजार 800 रुपए मानक बोरा तय किया गया था। 4 मई से तेन्दूपत्ता तोड़ाई का कार्य शुरू हुआ। शुरूआत में मौसम खुशगवार था। ऐसी उम्मीद थी कि तेन्दूपत्ता तोड़ाई का लक्ष्य लगभग पूरा कर लिया जाएगा। तय लक्ष्य की तुलना में 67 हजार 785 मानक बोरा का संग्रहण किया गया।

बताया जा रहा है कि प्रति मानक बोरा सरकार ने संग्रहण पारिश्रमिक दर 5500 रुपए तय की थी। इस दौरान संग्राहकों को तोड़ाई कार्य के लिए कई तरह की सुविधाएं भी दी गई। इस बीच खराब मौसम ने संग्रहकों की मेहनत पर पानी भी फेरा। मई का दूसरे पखवाड़े में तोड़ाई सर्वाधिक प्रभावित हुई। 15 मई के बाद अचानक बादल बरसने लग गए। जिसका सीधा असर तोड़ाई कार्य पर पहुंचा। 23 मई को संग्रहण कार्य समाप्त कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि तेन्दूपत्ता संग्राहकों को लगभग 38 करोड़ रुपए का पारिश्रमिक का भुगतान करना है। वहीं तेन्दूपत्ता को संग्रहित कर गोदामों में भेजा जा रहा है। तेन्दूपत्ता गोदामों में वन विभाग की ओर से नए बोरों को सुरक्षित रखा जा रहा है। इस साल उम्मीद से परे तोड़ाई का कार्य प्रभावित हुआ। वन विभाग का कहना है कि नए पत्तों की गुणवत्ता काफी बेहतर है।  जल्द ही संग्राहकों को उनके मेहनताना की राशि खाते में भेज दी जाएगी। वन विभाग तोड़ाई कार्य संतुष्ट है।


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