राजनांदगांव

पहली बार दुर्गम वन क्षेत्रों के 17 गांव में पहुंची बिजली
16-May-2025 9:36 PM
पहली बार दुर्गम वन क्षेत्रों के 17 गांव में पहुंची बिजली

बिजली पहुंचने की खुशी में ग्रामीणों ने फोड़े पटाखे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 16 मई। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड द्वारा नवीन जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के घोर नक्सल प्रभावित एवं अत्यंत सघन वनों से घिरे वनग्रामों कातुलझोरा, कट्टापार, बोदरा, बुकमरका, संबलपुर, गट्टेगहन, पुगदा, आमाकोड़ो, पीटेमेटा, टाटेकसा, कुंदलकाल, रायमनहोरा, नैनगुड़ा, मेटातोडके, कोहकाटोला, एडसमेटा एवं कुंजकन्हार में मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना के तहत 3 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत कर विद्युतीकरण के कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

इस कार्य का शुभारंभ राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक शिरीष सेलट द्वारा ग्राम टाटेकसा में स्थापित 25 केव्हीए के वितरण ट्रांसफार्मर को चार्ज कर किया गया। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता शंकेश्वर कंवर, कार्यपालन अभियंता मुकेश कुमार साहू, अनिल रामटेके सहायक अभियंता शिरीष मिलिंद सहित ग्राम के प्रमुख गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

इन ग्रामों में निवासरत 540 परिवारों का जीवन पारंपरिक बिजली की रोशनी से वंचित था। इनका जीवन सौर ऊर्जा से दी जा रही रोशनी के भरोसे कट रहा था। 15 साल पहले स्थापित की गई सौर ऊर्जा इकाई के अधिकतर सौर प्लेट बेहद जर्जर और खराब स्थिति में थे।

वहीं बहुत सारे ग्रामों के सौर प्लेट चोरी हो चुके थे, एक तरह से यहां के ग्रामीण लालटेन व चिमनी के सहारे अपनी दिनचर्या व्यतीत कर रहे थे। इन ग्रामों के विद्युतीकरण का कार्य अत्यंत विषम परिस्थितियों का सामना करते कुशल विद्युत कर्मियों द्वारा पूर्ण किया जा चुका है। मई 2025 के इस महीने में अत्यंत सघन वनों से घिरे वन ग्रामों के लोगों ने पहली बार अपने गांव में पारंपरिक बिजली की रोशनी देखी। विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद ग्रामीणों ने खुशी में हर्षोल्लास के साथ पटाखे फोडे। राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक शिरीष सेलट ने बताया कि वनों से घिरे इन ग्रामों तक पहुंचने का मार्ग अत्यंत कठिन है। उन्होंने कहा कि सघन वन क्षेत्र में स्थित होने के कारण इन ग्रामों में 11 केव्ही लाइनों को बिछाने के लिए वन विभाग से एनओसी लेना पड़ा। उसके बाद मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत लगभग 3 करोड़ की राशि की प्राक्कलन स्वीकृत कर सघन वनों के बीच से विषम परिस्थितियों में लाईन खींचकर विद्युतीकरण का कार्य किया गया है।

उल्लेखनीय है कि इन अविद्युतीकृत 17 ग्रामों के लोगों के अंधेरे जीवन में रोशनी फैलाने कठिन पहुंच मार्ग एवं घने वनों के बीच से अत्यंत असुविधाजनक स्थिति में भी लाईन विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर एक ऐतिहासिक कार्य किया गया है। घने वनों के बीच बसे ग्राम कातुलझोरा, कट्टाापार, बोदरा, बुकमरका, संबलपुर, गट्टेगहन, पुगदा, आमाकोड़ो, पीटेमेटा, टाटेकसा, कुंदलकाल, रायमनहोरा, नैनगुड़ा, मेटातोडके, कोहकाटोला, एडसमेटा एवं कुंजकन्हार में कुल 540 परिवार निवासरत है। जिसमें 275 परिवारों को कनेक्शन प्रदान किया जा चुका है।

वहीं शेष बचे हुए परिवारों को विद्युत कनेक्शन प्रदान करने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। उक्त ग्रामों के विद्युतीकरण में कुल 45 किमी 11 केव्ही लाईन, 87 नग निम्नदाब पोल विस्तार एवं 17 नग 25 केव्हीएका ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है। इस विद्युतीकरण के कार्य में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, वन विभाग एवं विद्युत विभाग का सराहनीय योगदान रहा है।


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