राजनांदगांव

नांदगांव पुलिस ने 2024 में मुस्तैदी व सटीक रणनीति से अपराधियों पर कसा नकेल
03-Jan-2025 2:59 PM
नांदगांव पुलिस ने 2024 में मुस्तैदी व सटीक रणनीति से अपराधियों पर कसा नकेल

एसपी ने सालाना ब्यौरे में पुलिस की मेहनत से सुलझे अपराधों और प्रकरणों की दी जानकारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 जनवरी।
राजनांदगांव जिले की पुलिस की ने बीते साल 2024 में मुस्तैदी और सटीक रणनीति के बदौलत अपराधियों को उनके मंसूबों को पूरा करने में कामयाब होने नहीं दिया। जिले में साल 2024 में आपराधिक गतिविधियां जरूर हुई, लेकिन दायरा और ग्राफ गिरता रहा। पुलिस ने कई मामलों में त्वरित कार्रवाई कर लंबित रखने की आदत को दरकिनार किया। नतीजतन पुलिस ने 90 फीसदी से ज्यादा आपराधिक मामलों को सुलझाया। पुलिस का दावा है कि लंबित प्रकरणों का प्रतिशत सिर्फ 9 रह गया है। उसे भी जल्द सुलझा लिया जाएगा। हालांकि एसपी मोहित गर्ग ने बढ़ते सडक़ हादसों को लेकर चिंता जताई है।

गुरुवार को मीडिया से मुखातिब होते एसपी गर्ग ने गुजरे साल के आपराधिक मामलों में पुलिस की सक्रियता और खामियों को लेकर भी खुलकर बात की। एसपी ने बताया कि साल 2024 में जिले में लगभग 3932 प्रकरण दर्ज हुए थे। जबकि 2023 में आपराधिक प्रकरणों का आंकड़ा 4 हजार 262 था। पुलिस ने दर्ज 3932 प्रकरणों में से 3323 का निराकरण कर दिया है। पेंडिंग का प्रतिशत सिर्फ 9 फीसदी है। पुलिस का कहना है कि इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। एसपी ने दावा किया कि यह एक बड़ी उपलब्धि है। पुलिस ने बढ़ते सडक़ हादसों को लेकर कहा कि सालभर में 429 सडक़ दुर्घटना हुई। जिसमें 205 लोगों की मौत हुई। सडक़ हादसों में बेमौत मारे जा रहे लोगों के प्रति पुलिस की संवेदना है। साथ ही सडक़ में यातायात नियमों का निजी रूप से पालन करने की भी अपील की है। 2023 में सडक़ हादसों में 187 लोगों ने जान गंवाई थी। पुलिस ने सडक़ हादसों से निपटने के लिए ठोस योजना बनाकर काम करने तथा लोगों से सहयोग की अपील की है। एसपी गर्ग ने सडक़ हादसों में सर्वाधिक मौते ग्रामीण लोगों की मौत होने की जानकारी दी। ग्रामीण इलाकों में सडक़ें अब सुधर गई है। ऐसे में तेज रफ्तार अंदाज में गाड़ी चलाने के दौरान हुए दुर्घटनाओं में लोगों की जान गई है। नेशनल हाईवे में गुजरे साल 134 सडक़ हादसों में 58 की मौत हुई। जबकि जिले के अलग-अलग स्टेट हाईवे में हुए 63 हादसों में 33 ने दम तोड़ा है। एसपी गर्ग ने जिले में शांति कायम करने के साथ कानून व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान देने की जानकारी दी। 

हाईटेक कैमरे लगाने पर जोर
एसपी गर्ग के मुताबिक साल 2024 में पुलिस ने हाईटेक कैमरे लगाने की शुरूआत की थी। स्थानीय प्रशासन और जनसहयोग के चलते पुलिस ने शहर में 350 से ज्यादा हाईटेक कैमरे लगाए हैं। सभी कैमरे की अलग खासियत है। जिसमें आपराधियों की धरपकड़ में पुलिस को मदद मिली है। अत्याधुनिक खूबियों से लैस कैमरे को डायल 112 से भी जोड़ा गया है, ताकि आपराधिक घटना होते ही संदेश चला जाए। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद शहर के अलग-अलग इलाकों में भी कैमरे लगाए जाएंगे। 

गुंडे-बदमाशों पर हुई सख्ती
जिले की कानून व्यवस्था को बिगाडऩे की कोशिश में लगे अपराधियों को साल 2024 में पुलिस ने फटकने नहीं दिया। गुंड-बदमाशों के खिलाफ पुलिस का रवैया सख्त रहा। पुलिस ने चिन्हांकित कर आदतन अपराधियों पर नकेल कसा। पूरे साल में पुलिस ने आदतन 18 अपराधियों को जिला बदर कर बाहर का रास्ता दिखाया। सालभर में 2287 पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की। इसके अलावा 17 नए गुंडा फाइल खोलकर पुलिस ने अपराधियों में भय बनाए रखा। पूरे साल 158 वीआईजी जिले के दौरे पर रहे। पुलिस ने वीआईपी की सुरक्षा को लेकर भी खासी एहतियात बरती। जिसके चलते वीआईपी विजिट में कोई भी विवाद या घटनाएं नहीं हुई। 

शराब तस्करी पर कसा नकेल
राजनांदगांव पुलिस ने शराब तस्करों के खिलाफ भी अभियान जारी रखा। तस्करों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने नेशनल हाईवे के अलावा सीमावर्ती राज्यों के अंदरूनी रास्तों में भी पहरा बिठाकर रखा। जिसके चलते सालभर में 1463 लोगों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि यह आंकड़ा साल 2023 की तुलना में पुलिस की मेहनत को कमजोर साबित कर रहा है। साल 2023 में पुलिस ने 1982 को तस्करी के आरोप में सलाखों के पीछे भेजा था। पुलिस ने पूरे साल 35 लाख 39 हजार रुपए की अवैध शराब जब्त की है। जबकि 56 से ज्यादा वाहनें भी तस्करी में बरामद किया गया है। 
 


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