राजनांदगांव
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अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 दिसंबर। राजनांदगांव रेंज में पुलिस आरक्षकों की भर्ती के दौरान एक बड़ी चूक सामने आने से पूरी प्रक्रिया कटघरे में खड़ा हो गई है।
दरअसल, 8वीं बटालियन के मैदान में चल रही भर्ती प्रक्रिया में एक महिला ने गोला फेंक में मैन्युअल रिकार्ड की तुलना में इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस में अंक बढ़ा दर्ज हुआ। मैन्युअल और गोला फेंक एप के मिलान में एक बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ। इस मामले को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए।
मामले की जानकारी मिलने के बाद आईजी दीपक झा ने प्रकरण को लेकर कड़ा रूख अख्तियार किया है। आईजी के निर्देश पर भर्ती प्रक्रिया की निगरानी कर रही डीएसपी की शिकायत पर लालबाग थाना में मामला दर्ज किया गया है।
आईजी दीपक झा ने ‘छत्तीसगढ़’से कहा कि ऐसा हुआ है, यह एक बड़ी चूक है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसपी को निर्देशित किया गया है कि भर्ती प्रक्रिया पर बारीकी से नजर रखें।
मिली जानकारी के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए तकनीकी मदद ली जा रही है। इसके लिए हैदराबाद की एक कंपनी को हर इवेंट पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है। कंपनी की ओर से एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस में हर इवेंट का डाटा रखा जा रहा है। ऐसे में गोला फेंक इवेंट में एक महिला अभ्यर्थी ने 20 अंक हासिल कर लिए। वहीं अभ्यर्थी द्वारा फेंके गए गोले की माप 8.117 मीटर दर्ज था। जबकि मैन्युअल रजिस्टर में महिला अभ्यर्थी के गोला फेंकने का रिकार्ड 5.88 मीटर दर्ज था। एप और मैन्युअल रजिस्टर का रिकार्ड खंगालने पर अलग-अलग अंक दर्ज हुआ, तब पूरी गड़बड़ी का खुलासा हुआ।
बताया जा रहा है कि सीसीटीवी कैमरे में भी महिला अभ्यर्थी द्वारा 5.88 मीटर ही गोला फेंकने की पुष्टि हुई है। इसके बाद पूरी भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं।
भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए आला अफसरों ने हैदराबाद की एक टेक्निकल कंपनी को डाटा जुटाने का काम दिया है।
बताया जा रहा है कि बिना मिलीभगत के यह गड़बड़ी नहीं हो सकती। ऐसे में डीएसपी तनुप्रिया ठाकुर ने लालबाग थाना में टेक्निकल टीम और स्टॉफ की संलिप्तता की आशंका पर एफआईआर दर्ज कराई है।
आईजी दीपक झा इस पूरे मामले से खफा हैं। चूंकि राजनांदगांव रेंज के 4 जिलों के शिक्षित बेरोजगार पुलिस महकमे में शामिल होने के लिए आरक्षक की कठिन परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। आशंका है कि पुलिस कर्मियों ने कूटरचना कर टेक्निकल टीम के साथ हेराफेरी की है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। वहीं अब तक जिन अभ्यर्थियों को ज्यादा अंक मिले हैं, उनकी भी जांच की जाएगी।
सीसीटीवी फुटेज में भी कई खामियां सामने आई है। बताया जा रहा है कि एक बड़ी गड़बड़ी के रूप में यह मामला सामने आया है। पुलिस का कहना है कि किसी भी तरह से पारदर्शिता को लेकर समझौता नहीं किया जाएगा।