राजनांदगांव

बीजापुर की दो लाख की ईनामी महिला नक्सली का समर्पण
11-Nov-2024 12:33 PM
बीजापुर की दो लाख की ईनामी महिला नक्सली का समर्पण

  गढ़चिरौली में अब तक 678 का समर्पण  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 11 नवंबर। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली पुलिस और सीआरपीएफ बलों के सामने बीजापुर की रहने वाली एक ईनामी नक्सली ने आत्मसर्पण किया है। सरकार द्वारा उक्त नक्सली पर 2 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया था। आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के पुनर्वास के चलते अब तक कुल 678 माओवादियों ने गढ़चिरौली पुलिस बल के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 9 नवंबर को महिला माओवादी लक्ष्मी बंडे मज्जी 42 वर्ष निवासी कुगलर पो. व ता. बेद्रे भैरमगढ़ बीजापुर ने गढ़चिरौली पुलिस बल और सीआरपीएफ के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सूत्रों का कहना है कि लक्ष्मी बंडे मज्जी बचपन में गांव में माओवादी बुनाई के दौरान नाचने वालों के साथ माओवादियों के लिए खाना ले जाना, 2017 से भामरागढ़ और इंद्रावती एरिया कमेटी में सीएनएम (चेतना नाट्य मंच) में सदस्य के रूप में भर्ती हुए और आज तक कार्यरत है। माओवादियों को भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री आदि उपलब्ध कराना। महिला नक्सली लक्ष्मी कई हिंसक घटनाओं में संलिप्त रही। 

आत्मसमर्पण का कारण
सूत्रों का कहना है कि अगर कोई नक्सल दलम में रहते शादी कर भी लेता तो वह भी स्वतंत्र वैवाहिक जीवन नहीं जी सकता। नक्सली दल में 24 घंटों घूमने की जिंदगी के साथ-साथ खुद के स्वास्थ्य को लेकर परेशानियां, यदि ऐसा होता है तो उस पर ध्यान नहीं दिया जाता। नक्सल दलम में वरिष्ठ माओवादियों के साथ भेदभाव, दलम में वरिष्ठ कैडर माओवादियों का कहना है कि आंदोलन/जनता के लिए धन इक_ा किया जाना चाहिए। वे वास्तव में एकत्रित धन का उपयोग अपने लिए करते हैं। इस पैसे का इस्तेमाल कभी भी जनता के विकास के लिए नहीं किया जाता। वरिष्ठ माओवादी नेता गरीब आदिवासी युवाओं का इस्तेमाल केवल अपने फायदे के लिए करते हैं। मुखबिरी के शक में हमारे ही भाइयों को मारने को कहते हैं। मुठभेड़ के दौरान पुरूष नक्सली भागने में सफल हो जाते हैं, लेकिन महिलाएं मारी जाती है।

सरकार से घोषित इनाम
महाराष्ट्र सरकार ने उक्त समर्पित महिला नक्सली पर 2 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया था। आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से लक्ष्मी बंडे मज्जी को कुल 4.5 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की गई है। चूंकि गढ़चिरौली पुलिस बल ने प्रभावी ढंग से माओवादी विरोधी अभियान चलाया है और सरकार ने माओवादियों को आत्मसमर्पण करने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है, इसलिए सम्मानजनक जीवन जीने के लिए 2022 से अब तक कुल 30 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।

मुख्यधारा में लाने पर जोर
उक्त माओवादी के आत्मसमर्पण एवं उसे मुख्य धारा में लाने की कार्रवाई संदीप पाटिल विशेष पुलिस महानिरीक्षक (नक्सल विरोधी अभियान) नागपुर, अंकित गोयल पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़चिरौली जोन, अजय कुमार शर्मा पुलिस उप महानिरीक्षक (अभियान) सीआरपीएफ, नीलोत्पल पुलिस अधीक्षक गढ़चिरौली के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। गढ़चिरौली एसपी नीलोत्पल ने अपील की कि जहां पुलिस बल विकास परियोजनाओं में बाधा डालने वाले माओवादियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने तैयार है। वहीं गढ़चिरौली पुलिस बल उन लोगों की मदद करेगी, जो विकास की धारा में शामिल होने के इच्छुक हैं, ताकि उन्हें विकास की मुख्यधारा में लाया जा सके और जीवनयापन किया जा सके।


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