राजनांदगांव

राजनांदगांव, 16 अक्टूबर। भारतीय मजदूर संघ की जिला ईकाई राजनांदगांव ने मंगलवार को देश के प्रख्यात चितंक व विचारक तथा भामसं किसान संघ, विधार्थी परिषद्, स्वदेशी जागरण मंच जैसे राष्ट्रव्यापी संगठनों के संस्थापक दंतोपंत ठेंगड़ी की पुण्यतिथि समरसता दिवस के रूप में मनाई।
भामसं के जिला मंत्री नरेश कुमार साहू के अनुसार स्थानीय दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर महावीर चौक में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता भामसं के जिला उपाध्यक्ष गजानंद मिश्रा ने की। इस अवसर पर विभाग प्रमुख योगेशदत्त मिश्रा ने ठेगड़ी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते कहा कि उन्होंने अपना सारा जीवन दीन-हीन व वंचितों की सेवा में समर्पित कर दिया था। वे समाज में व्याप्त बुराईयों से बेहद आहत रहते थे। समाज में समरसता के लिए उन्होनें अपना सारा जीवन लगा दिया। वे वैचारिक रूप से इतने मजबूत थे कि सोवियत संघ के विघटन व वामपंथी विचारधारा के पतन की भविष्यवाणी दशकों पहले कर दी थी।
श्री मिश्रा ने कहा कि देश के ट्रेड यूनियन आंदोलन में भारतमाता की जय का नारा उन्हीं की देन है। उन्होंने मजदूर क्षेत्र में नई विचारधारा का प्रतिपादन किया। वर्ग संघर्ष के बजाय समन्वय व सामजस्य को प्राथमिकता दी। यही कारण है कि उनके जीवन काल में ही भारतीय मजदूर संघ देश में प्रथम क्रमांक का संगठन बना। कार्यक्रम में जयप्रकाश साहू, गोपालदास साहू, केशवराम सिन्हा, धनेश्वरी साहू, हेमंत साहू, पोदास सार्वा, ठाकुरराम यादव, देवव्रत साहू, खेमचंद साहू, लोमश वर्मा, कमल मेश्राम सहित बड़ी संख्या में भामसं कार्यकर्ता उपस्थित थे।