राजनांदगांव

बारिश से सडक़ों पर उभर आए थे गड्ढे, दोपहिया चालकों व राहगीरों की बढ़ी थी मुश्किलें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 अगस्त। लगातार हो रही बारिश से नेशनल हाईवे में गड्ढों का अंबार लग गया। हाईवे में तेज रफ्तार दौडऩे वाली गाडिय़ों को गड्ढों से खतरे का आभास हो रहा है।
अशोका बिल्डकॉन कंपनी द्वारा हाईवे को अब दुरूस्त करना शुरू किया गया है। इसके लिए बजरी से नेशनल हाईवे के गड्ढे भरे जा रहे हैं, वहीं कुछ गड्ढों को पूर्व में प्रयुक्त गिट्टी-डामर के बारीक चूरों से पाटा जा रहा है।
इस साल बारिश से न सिर्फ नेशनल हाईवे, बल्कि कई मुख्य सडक़ें भी गड्ढों में बदल गई है। मूसलाधार बारिश के कारण डामर और गिट्टी पानी में बह गए हैं। शहर का भी यही हाल है। राजनांदगांव शहर के ज्यादातर रास्ते गड्ढों से भरे पड़े हुए हैं। सर्किट हाउस मार्ग में बिछी डामर और गिट्टियां तेज बहाव के सामने टिक नहीं पाई। बारीक गिट्टी और बजरी से फिलहाल कुछ दिनों तक आवाजाही में राहत रहेगी, लेकिन फिर बारिश होते ही रास्तों में गड्ढे फिर नजर आएंगे। बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण नेशनल हाईवे में तेज गति से वाहन चलाना खतरनाक हो गया है। गड्ढों के चलते हादसों की संभावना बढ़ गई है।
बताया जा रहा है कि मरम्मत कार्य में बजरी और गिट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है। बरसाती सीजन के बाद ही नए सिरे से डामर की सडक़ें बिछाने का अभियान शुरू होगा। इस साल तेज बारिश होने से सडक़ों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। शहर के बाहर और अंदरूनी मार्गों में गड्ढों की भरमार है। न सिर्फ शहरी मार्ग, बल्कि देहात और शहर के वीआईपी रोड़ की हालत खस्ता है।
अशोका बिल्डकॉन कंपनी ने गड्ढे भरने के लिए अभियान शुरू किया है। बताया जा रहा है कि नेशनल हाईवे में मार्गों की खराब स्थिति को देखकर प्रशासन ने अशोका बिल्डकॉन को सडक़ सुधारने के लिए आवश्यक निर्देश दिए थे। सडक़ों में लगातार हो रहे गड्ढों ने राहगीरों की मुश्किलें बढ़ा दी है। फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था के तहत गड्ढों में बजरी भरने का काम किया जा रहा है।