राजनांदगांव

गला घोटकर उतारा मौत के घाट, सडक़ हादसा दिखाने गाड़ी चढ़ाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 मई। खैरागढ़-डोंगरगढ़ रोड स्थित कुम्ही में पूर्व जिला पंचायत सदस्य रेखा वर्मा के सुपुत्र उत्तम जंघेल की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझाते हुए साजिश के तहत वारदात को अंजाम देने के मामले में मृतक के ममेरे भाई को दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है। महज वाहन और बीमा राशि को हड़पने की नियत से ममेरे भाई ने पहले मृतक का गला घोंटा और सडक़ हादसा दिखाने के लिए उसके शव पर गाड़ी चढ़ा दी। ममेरे भाई के दिमाग में काफी पहले से मृतक को मारने की योजना थी। लिहाजा पहले उसने मृतक के नाम 80 लाख का दुर्घटना बीमा कराया। जिसकी किस्त आरोपी खुद जमा करता था।
मामले को खुलासा करते मंगलवार को खैरागढ़ एएसपी नेहा पांडे ने मीडिया को बताया कि उत्तम जंघेल का शव कुम्ही गांव के नजदीक मिला। पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर सभी दिशाओं में जांच शुरू की। पुलिस को प्रथम दृष्टया हत्या का आभास हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई। इस आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस को महाराष्ट्र के साल्हेकसा के रहने वाले हेमंत ढेकवार को लेकर कुछ अहम सुराग मिले। पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर नजर रखी गई। उसके बाद उसे हिरासत में लिया गया। पुलिस की पूछताछ में मुख्य आरोपी हेमंत ने बताया कि जनवरी 2024 में एक चार पहिया वाहन और फरवरी 2024 में एक हार्वेस्टर खरीदा गया। आरोपी हेमंत द्वारा मृतक उत्तम जंघेल के नाम भारतीय जीवन बीमा निगम से और एक्सिस बैंक आमगांव से 40-40 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कराया गया। इस तरह उत्तम के नाम 80 लाख रुपए का बीमा आरोपी द्वारा महाराष्ट्र में कराया गया। जिसका किस्तों में आरोपी स्वयं राशि जमा करता था। वहीं मृतक उत्तम जंघेल की दोनों गाडिय़ां ममेरे भाई यानी मुख्य आरोपी के पास थी। उक्त बीमा राशि और वाहन हड़पने की नियत से अपने दो साथियों सुरेश मच्छिरके और प्रेमचंद लिल्हारे को अपने साजिश में शामिल किया। घटना के दिन आरोपी ने मृतक को कार दिलाने के नाम पर डोंगरगढ़ बुलाया। उसके बाद सभी ने जमकर शराब पी और मौका देखकर उसकी गला घोटकर हत्या कर दी।
बताया जा रहा है कि योजना के तहत आरोपी ने मृतक के मोबाइल को अतरिया में एक रिश्तेदार के यहां छोड़ दिया। फिर षडयंत्र के तहत तीनों आरोपी गातापार के जंगल में पहुंचे, जहां उत्तम जंघेल की गला घोटकर हत्या कर दी। हत्या को सडक़ दुर्घटना का रूप देने के लिए आरोपियों ने मृतक के शव को डोंगरगढ़-खैरागढ़ मार्ग में फेंक दिया। शव को सडक़ हादसा दिखाने के लिए वाहन से आरोपियों ने कुचल भी दिया। इसके बाद सभी फरार हो गए। पुलिस ने तकरीबन 150 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले, तब आरोपियों को लेकर पुलिस को सुराग मिले।