राजनांदगांव

अप्रैल की तुलना में मई में हीटवेव का रहेगा प्रकोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मई। अप्रैल की तुलना में मई का महीना प्रचंड गर्मी के लिहाज से परेशानी भरा साबित हो सकता है। मई में हीटवेव के प्रकोप से हालात बिगड़ सकते हैं। मौसम विभाग की ओर से मई के महीने में लू चलने की संभावना जाहिर की गई है।
बताया जा रहा है कि अब तक तापमान 42 डिग्री अधिकतम रहा। मई में 2 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ पारा 44 डिग्री तक पहुंच सकता है। मई के पहले दो दिनों में तेज गर्मी के आसार बन रहे हैं। अप्रैल में हुई बारिश के कारण गर्मी का उग्र रूप नजर नहीं आया। मई में हालात अप्रैल की तुलना में विपरीत हो सकते हैं। तेज अंधड़ और हल्की बारिश की भी संभावना बताई जा रही है, लेकिन आग उगलते सूरज से लोगों को प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
मिली जानकारी के अनुसार आगामी 7 मई तक तापमान में 42 से 43 डिग्री, अंधड़ और हल्की बारिश की स्थिति भी बनी रहेगी। बताया जा रहा है कि यह स्थिति आगामी 3 से 4 दिनों तक रहने की संभावना है। इसके बाद दोबारा तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। बताया जा रहा है कि तापमान 44 डिग्री तक पहुंच सकता है। इस दौरान जिले में हीटवेव भी चलेगी, जो इस सीजन में गर्मी का चरम होगा।
चिकित्सकों की सलाह
बढ़ती गर्मी और लू से बचाव के लिए चिकित्सकों ने लोगों को आगाह किया है। बच्चों के लिए डॉ. माधुरी खूंटे ने जहां विशेष सतर्कता बरतने पर जोर दिया है। वहीं मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक डॉ. प्रकाश खूंटे ने लोगों से उच्च तापमान के दौरान गर्मी से बचाव के लिए आवश्यक सुझाव दिए हैं। डॉ. माधुरी का कहना है कि बच्चों को बढ़ते तापमान से अति ज्वर का सामना करना पड़ सकता है, यानी हाईपर पायरेक्सिया से बच्चे बीमार हो सकते हैं। ठंडे माहौल में बच्चों को रखने की आवश्यकता पर जोर देते डॉ. माधुरी ने बताया कि गर्मी का महीना बच्चों के खास देखरेख का होता है। खानपान में विशेष ध्यान देने के साथ ज्यादा से ज्यादा पानी पिलाने पर भी परिजनों से ध्यान देने की अपील की है।
उधर डॉ. प्रकाश ने दोपहर के दौरान घर से बाहर निकलने पर आवश्यक उपाय करने पर जोर दिया है। उनका मानना है कि कोशिश करते हुए लोगों को दोपहर से पूर्व घर में वापस लौटना चाहिए। ठंडे पेय पदार्थ के साथ-साथ रसीले फलों का सेवन करने पर उन्होंने जोर दिया। डॉ. प्रकाश ने शरीर में पर्याप्त पानी पीने के अलावा हल्का भोजन करने की सलाह दी है।