राजनांदगांव

बच्चों को अपराध में शामिल होने का फर्जी कॉल
03-May-2024 1:23 PM
बच्चों को अपराध में शामिल होने का फर्जी कॉल

 ठगों के नए जाल में न फंसने पुलिस की अपील 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
राजनांदगांव, 3 मई।
सायबर ठग आम लोगों की गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ करने के लिए नित नए हथकंडे अपना रहे हैं। अब ठगों ने बच्चों को अपराध में शामिल होने का हवाला देकर ठगी कर रहे हैं। राजनांदगांव पुलिस ने ठगों के इस नए पैतरेबाजी से लोगों को आगाह किया है। ऐसे फोन कॉल आने पर सीधे पुलिस से शिकायत करने अफसरों ने अपील की है।

मिली जानकारी के मुताबिक फोन पर लोगों को बच्चों के अपराध में फंसने के एवज में ठग रुपए मांग रहे हैं। बकायदा नया तरीका अपनाते हुए ठग परिजनों को झूठी आवाज से गुमराह कर रहे हैं। पुलिस के पास कुछ मामलों में शिकायत हुई है। राजनांदगांव पुलिस ने ऐसे मामलों में सतर्क रहने की अपील की है।  

अब सायबर ठग अभिभावकों को फोन कर बताते हैं कि हम पुलिस वाले बोल रहे हैं, आपके रिश्तेदार विशेषकर (बेटा-बेटी) को रेप केस, ड्रग सप्लाई केस, ठगी केस, एक्सीडेंट हो गया है, जो वर्तमान में थाना में बंदी बनाए जाने का फर्जी बात करते हैं और अभिभावकों द्वारा बच्चे से बात कराओ कहने पर बच्चे का रोने व कहराने की फेक ऑडियो रिकॉर्ड सुनाते हैं।

अभिभावक से उनके बच्चे को छोडऩे के बदले पैसे की मांग करते हैं और धमकाते रहते हैं, फोन काटने का मौका नहीं देते। जिससे अभिभावक घबराकर तत्काल सायबर ठगों को उनके बताए यूपीआई आईडी पर रुपए ट्रांसफर कर देते हैं।  पुलिस ने लोगों से अपील करते कहा कि ऐसे कॉल से घबराएं नहीं, फोन कॉल कट कर सबसे पहले रिश्तेदार या बच्चों के मोबाइल नंबर पर संपर्क कर उनका सुरक्षित होना सुनिश्चित करें, अपने रिश्तेदार-बच्चों से वीडियो कॉल कर तस्दीक कर लें, नजदीकी थाना से संपर्क करें, जल्दबाजी में कोई भी राशि ट्रांसफर न करें। वहीं फ्रॉड होने पर नजदीकी थाना व सायबर सेल में संपर्क कर तथा सायबर क्राईम हेल्पलाइन पर मामले की रिपोर्ट करें।
 


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