राजनांदगांव

मशाल जुलूस निकालकर किया प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 मार्च। केन्द्र की भाजपा सरकार अपनी नाकामी छुपाने एवं विपक्ष की आवाज को लगातार दबाने का प्रयास कर रही है। 28 मार्च को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को आईटी विभाग से 1823.08 करोड़ रुपए का भुगतान करने ताजा नोटिस मिला। इससे पूर्व फरवरी माह में राष्ट्रीय आम चुनाव की पूर्व संध्या पर प्रमुख विपक्षी दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बैंक खातों को फ्रीज करने का अवैध प्रयास एक महीने से अधिक समय तक चला। आईटी विभाग द्वारा काग्रेस पार्टी के बैंक खाते से जबरन 135 करोड़ रुपए निकाल लिए हैं। जिसको लेकर शहर जिला कांग्रेस एवं ग्रामीण कांग्रेस कमेटी द्वारा 30 मार्च को शाम 6 बजे जयस्तंभ चौक से मानव मंदिर चौक तक मशाल जुलूस निकालकर केन्द्र की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अमित चंद्रवंशी ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस के आह्वान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा व ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्ष भागवत साहू के नेतृत्व में केन्द्र की भाजपा सरकार की कुत्सित प्रयास करते विपक्षी नेताओं के उपर ईडी, आईटी और सीबीआई जैसे जांच एजेसियों के माध्यम से डराया और धमकाया जा रहा है। आयकर विभाग के माध्यम से चुनाव में कांग्रेस का बैंक खाता जब्त करना अवैध और अलोकतांत्रिक तरीके से दबाव बना रही है। विगत माह फरवरी में कांग्रेस के बैंक खातों को फ्रीज करने, इसके बाद 28 मार्च को फिर कांग्रेस कमेटी को आईटी विभाग से 1823.08 करोड़ रुपए का भुगतान करने के लिए नोटिस दिया गया है। जिसको लेकर कांग्रेस द्वारा शनिवार को शाम 6 बजे जयस्तंभ चौक से मानव मंदिर चौक तक विशाल मसाल जुलूस निकालकर केन्द्र सरकार पर जमकर भड़ास निकाले।
इस दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने कहा कि अधिनायकवादी मोदी सरकार ने पहले कांग्रेस की चुनी हुई सरकारों को गिराया फिर डर और लालच से नेताओं को खरीद फरोख्त की, जब नेता नहीं झुके तो उनके उपर ईडी, आईटी और सीबीआई जैसे जांच एजेंसियों के माध्यम से डराया और धमकाया जा रहा है। कांग्रेस के खिलाफ अवैध आयकर लगाने के लिए कांग्रेस के आठ साल के आयकर रिटर्न को आधारहीन निर्मित आधार पर फिर से खोल दिया है। यह लोकतंत्र के सिद्धांतों पर जबरदस्त हमला है। मोदी सरकार सत्ता में मदहोश होकर तानाशाही कर धनबल और केन्द्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग कर लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। जुलूस में बड़ी संख्या में कांग्रेसी शामिल थे।