राजनांदगांव

शास्त्रों में ब्रहम की निंदा व माया की स्तुति नहीं की गई है-शास्त्री
28-Dec-2023 3:48 PM
शास्त्रों में ब्रहम की निंदा व माया की स्तुति नहीं की गई है-शास्त्री

शिव महापुराण की कथा सुनने विस अध्यक्ष रमन पहुंचे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 28 दिसंबर। विकास नगर लखोली स्थित डागा निवास के शिवधाम में जूनागढ़ गुजरात के कथा शास्त्री ईश्वर चन्द्र व्यास से श्री शिवमहापुराण का कथा सुनने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह बुधवार को पहुंचे। डॉ. सिंह के साथ  सांसद संतोष पांडेय पूर्व सांसद प्रदीप गांधी, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता नीलू शर्मा, जिला भाजपाध्यक्ष रमेश पटेल, कोषाध्यक्ष आलोक बिंदल, राजा माखीजा, संजय तेजवानी सहित रामस्वरूप राठी, रतन मंूदड़ा, विऋल भूतड़ा, डॉ. रमेश भट्टड, बृजकिशोर सुरजन, सूर्यकांत चितलांग्या उपस्थित थे।

इस दौरान डॉ. रमन सिंह, संतोष पाण्डेय व अन्य  अतिथियों ने शास्त्री से श्री शिव महापुराण का कथा श्रवण किया व पवन डागा परिवार को इस कथा आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया।

कथा वाचन क्रम में महाराज ने  बताया कि शास्त्रों में ब्रहम की  निंदा नहीं की गई है। उसी तरह माया की स्तुति भी नहीं की गई है, क्योंकि ब्रहम निर्बुद्ध भी है और प्रबुद्ध भी है, जो सुन रहा है वही बोल भी रहा है। हम इसे संसार में जीव भाव से देखते है। जबकि इसमें कोई भेद नहीं है। महाराज ने तुलसी दास की चौपाई को उक्त संदर्भ में हरि व्यापक सर्वत्र समाना... प्रेम से प्रकट होई मैं जाना... को उदघृत किया।

उन्होंने बताया कि उक्त चौपाई को भगवान शिव ने स्वयं ही गया है।  महाराज ने बताया कि हमेश ध्यानस्थ रहने वाले भगवान शिव का स्वभाव है कि बिना पूछे वे नहीं बोलते है। इस संदर्भ में उन्होंने दक्ष प्रजापति के यज्ञ की कथा सुनाई तथा कहा कि भगवान शिव के बिना कोई यज्ञ सम्पन्न नहीं होता। महराज ने बताया कि सत्संग के अभाव में मति बिगड़ जाती है।


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