राजनांदगांव

करोड़ों की ठगी का आरोपी कोलकाता में चला रहा था फर्जी ट्रेनिंग सेंटर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 दिसंबर। शिक्षित बेरोजगारों को रेल्वे में नौकरी का झांसा देकर मोटी रकम ऐंठने के मास्टर को डोंगरगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
शिक्षित बेरोजगारों को रिझाने के लिए बकायदा आरोपी तकनीक का बखूबी इस्तेमाल करता था। पढ़े-लिखे युवक उसके जाल में आसानी से फंसने लगे थे। इससे आरोपी ने करोड़ों रुपए अलग-अलग क्षेत्र से युवाओं को झांसा देकर वसूले। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने नौकरी लगाने का झांसा देने वाले मास्टर माईंड सुखेन्द्र चंद्राकर को गिरफ्तार किया है। जिसमें डोंगरगढ़ के अछोली के रहने वाले जनपद सदस्य के बेटे योगेश हिरवानी से साढ़े 18 लाख रुपए की धोखाधड़ी की थी। इस तरह की ठगी के अंजाम देने के लिए आरोपी ने एक गिरोह भी बना लिया था।
गिरोह ने न सिर्फ छत्तीसगढ़, बल्कि पश्चिम बंगाली, ओडिशा और मध्यप्रदेश के भी कई युवाओं को नौकरी लगाने के नाम पर लूटा। बताया गया कि धोखाधड़ी में यह गिरोह काफी माहिर हो गया था। युवाओं को झांसे में लेने के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उन्हें कोलकाता बुलाया जाता था। जिसमें आरोपी द्वारा तैयार गिरोह के सदस्य एक फर्जी ट्रेनिंग सेंटर चलाते थे। नौकरी मिलने के लालच में आकर शिक्षित बेरोजगार बकायदा ट्रेनिंग भी करते थे। तीन महीने के प्रशिक्षण के दौरान उन्हें नौकरी मिलने का भरोसा दिया जाता था। अलग-अलग वजह बताकर ट्रेनिंग के पश्चात सभी को घर भेज दिया जाता था और जल्द ही कॉल लेटर आने का भरोसा दिया जाता था।
इससे पूर्व आरोपी अपने साथियों संग पूरी रकम ऐंठने में कामयाब भी हो जाता था। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी का दिमाग अलग-अलग स्तर पर चलता था। मसलन रेल्वे की वेबसाईड से जाकर फर्जी नियुक्ति पत्र बनाकर युवाओं को झांसे में रखा जाता था। फर्जी दस्तावेज ऐसे बनाए जाते थे, जो हुबहू रेल्वे द्वारा जारी किया गया प्रतीत होता था। इसी के चलते कई शिक्षित और हाईटेक युवा भी गिरोह के चक्कर में फंस गया। इस बीच पुलिस को आशंका है कि आरोपियों के गिरोह में पर्दे के पीछे रेल्वे के कर्मचारियों की भूमिका हो सकती है। इसे लेकर भी पश्चिम बंगाल पुलिस जांच कर रही है। डोंगरगढ़ पुलिस ने भी इस जांच को आगे बढ़ाना शुरू किया है।
गिरोह का मास्टर माइंड काफी समय से फरार चल रहा था। वह लगातार अपना ठिकाना भी बदलता रहा। इस गिरोह में शामिल दो आरोपी पहले ही पुलिस के गिरफ्त में है। एक अन्य आरोपी संतोष जायसवाल की भी सरगर्मी से पुलिस तलाश कर रही है।