राजनांदगांव

ज्ञानार्जन के साथ व्यक्तित्व विकास भी है आवश्यक - सिंह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 अक्टूबर। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के हिंदी विभाग में शिक्षक-अभिभावक सम्मेलन का आयोजन प्राचार्य डॉ. केएल टांडेकर के संरक्षकत्व तथा विभाग अध्यक्ष डॉ. बीएन जागृत के निर्देशन में हुआ। विभाग अध्यक्ष डॉ.जागृत ने महाविद्यालय एवं विभाग में होने वाली विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी।
प्राचार्य डॉ. टांडेकर ने कहा कि विद्यार्थी अपना उद्देश्य निर्धारित कर विषय का चुनाव करते भविष्य की तैयारी करते हैं तो निश्चय ही सफलता प्राप्त होती है। शासकीय विज्ञान महाविद्यालय दुर्ग के प्राचार्य डॉ. आरएन सिंह ने कहा कि ज्ञानार्जन के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास भी आवश्यक है। कार्यक्रम में पालक खेलन दास नेताम ने कहा कि महाविद्यालय अपनी तरफ से विद्यार्थियों को जो सुविधा दे रहा है, उसका उपयोग बच्चों को करना चाहिए। यशवंत टांडेकर ने कहा कि यह कॉलेज ऐसा कॉलेज है, जहां विद्यार्थियों का पढऩा उनके लिए गौरव की बात है। सुनीता साहू ने कहा कि यहां पढ़ाई बहुत अच्छी होती है। तिहादू राम ने कहा कि यहां के वातावरण से बच्चों के मन में पढ़ाई के प्रति रुझान बड़ा है। सदालाल कुर्रे ने कहा कि यहां प्रतियोगी परीक्षा की भी तैयारी करवाई जाती है, यह विद्यार्थियों के भविष्य के लिए बहुत ही अच्छा है। उमाशंकर साहू ने छात्रों को उद्देश्य निर्धारित करके पढऩे के लिए प्रेरित किया। श्रीमजीत सिंह ने यहां की पढ़ाई एवं गतिविधियों के प्रति संतोष व्यक्त किया।
संतोषी साहू ने बताया कि उनका बच्चा यहां के प्रत्येक कार्यक्रम के बारे में बताता है, जो उन्हें बहुत अच्छा लगता है। हिना साहू ने कहा कि यहां के अध्यापक बहुत अच्छा पढ़ाते हैं।
दूलेश्वर ने कहा कि महाविद्यालय में अन्य गतिविधियों का संचालन विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी है। इसी तरह अन्य पालकों ने भी अपने-अपने उद्गार व्यक्त किए। डॉ. प्रवीण साहू ने कहा कि हम सभी प्राध्यापक विद्यार्थियों के लिए समर्पित है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीलम तिवारी एवं आभार डॉ. प्रवीण साहू ने किया। इस अवसर पर डॉ. गायत्री साहू, डॉ. कौशिक बीसी, शोधार्थी बिंदु तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।