राजनांदगांव

बाजार, स्कूल और भीड़भाड़ वाले इलाके में फैल रहा वायरस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 जुलाई। जिले में आई फ्लू के पीडि़त मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। रोजाना औसतन 80 से 90 कंजेक्टिवाइटिस के नए मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य महकमे की ओर से इस बीमारी की रोकथाम के लिए उपाय किए जा रहे हैं।
आई फ्लू से सर्वाधिक रूप से स्कूली बच्चे प्रभावित हुए हैं। वहीं भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में आई फ्लू का वायरस तेज से फैल रहा है। वायरस के चपेटे में आने से उम्रदराज लोगों की आंखें भी संक्रमण के चलते लाल हो गई है। कंजेक्टिवाइटिस के गहरे असर से आंखों की सेहत को बेहतर होने में समय लग रहा है। आमतौर पर इसका वायरस 2 से 3 दिन तक सक्रिय रहता है। मौसम में नमी के चलते वायरस तेजी से लोगों की आंखों को प्रभावित कर रहा है। स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की आंखों पर संक्रमण के चलते गहरा असर दिख रहा है। जिले में 882 आई फ्लू के मामले सक्रिय हैं। इस बीच सब्जी बाजार, चौक-चौराहे और अन्य सार्वजनिक स्थलों में आईफ्लू पीडि़त मरीजों की तादाद बढ़ रही है। आंखों में संक्रमण के चलते सूजन और दर्द से मरीज परेशान हो रहे हैं।
आंखों के उपचार के लिए नेत्र चिकित्सकों की ओर से दवाईयां देने के साथ सावधानी बरतने के उपाय भी बताए जा रहे हैं। इन्फेक्सन को दूर करने के लिए मेडिकल कॉलेज में आई ड्रॉप और ट्यूब की मांग बढ़ गई है। अलग-अलग कंपनियों की दवाईयों के दाम भी बढ़ गए हैं। हालांकि समाजसेवी संगठनों की ओर से गरीब और जरूरतमंद लोगों की आंखों को दुरूस्त करने के लिए कैम्प लगाया गया है।
प्रशासन के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. एके बसोड मैदानी अमले के साथ शिविर में पहुंचे लोगों की उपचार कर रहे हैं। राजनांदगांव में फिलहाल नए मामलों में आंशिक रूप से कमी आई है, लेकिन ज्यादातर लोगों की आंखें लाल नजर आ रही है। वहीं सूजन और दर्द से भी लोग कराह रहे हैं। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार ने भी आई फ्लू की रोकथाम के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। रोजाना कैम्प और नेत्र चिकित्सकों के सामने बड़ी तादाद में लोग आई फ्लू पीडि़त मरीजों की भीड़ उमड़ रही है।