राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मई। सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय खैरागढ़ में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें रोड एक्सीडेंट एवं साइबर अपराधों सहित होल्ड की गई राशि की वापसी संबंधित जानकारी दी गई। बताया गया कि किसी भी प्रकार के एक्सीडेन्ट होने पर डॉयल-112 और साइबर अपराध होने पर डॉयल 1930 सेवा का उपयोग करें।
कार्याशाला में केसीजी पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने यातायात संबंधी दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से डाटा विशलेषण पर जोर दिया व NCCRP एवं रोड सेफ्टी ऐप के माध्यम से यह भी बताया गया कि किस तरह से यातायात संबंधी नियमों का पालन कर दुर्घटना में कमी लाई जा सकती है।
चौक-चौराहों पर वाहन नियंत्रित करने व यातायात संबंधी नियम संबंधी विस्तृत जानकारी दी की गई। इस संबंध में श्री अरूण सोनी, जिला मैनेजर NCCRP, द्वारा सडक़ दुर्घटना में ढ्ढक्र्रष्ठ के उपयोगी संबंधी जानकारी प्रोजेक्टर के माध्यम से दिया गया।
नोडल अधिकारी साइबर नेहा पांडेय साइबर अपराधों में के बारे में आ विस्तृत जानकारी देते हुये, साइबर अपराधों में कमी लाने एवं वर्तमान में हो रहे साइबर ठगी जैसे - ईनाम/लोन दिलाने/टॉवर लगाने आदि के नाम पर फ्रॉड, लिंक भेजकर , ओटीपी के माध्यम से, डेबिट अथवा क्रेडिट कार्ड बंद कराने का झांसा देकर एवं बैंक अधिकारी बनकर फ्राड करने संबंधी जानकारी दी गई और इन अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु किये जा रहे प्रयास सहित साइबर जागरूकता के बारे में भी बताया गया।
साइबर पीडि़त के द्वारा किस तरह से साइबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर कॉल करने या नजदीकी थाना में साइबर क्राईम पोर्टल के माध्यम से एक नॉलेजमेन्ट नम्बर प्राप्त करने एवं होल्ड की गई राशि को वापस कराने हेतु साइबर पीडि़त को माननीय न्यायालय में आवेदन करने व आदेशानुसार समस्त फार्म को भराने से लेकर वापसी कराने की विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला में जिला केसीजी साइबर सेल, थाना/चौकी के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
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