राजनांदगांव
चावल भंडारण के लिए हाईवे पर कब्जा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 जनवरी। राजनांदगांव स्थित एफसीआई गोदाम में चावल भंडारण करने के लिए ट्रकों की एक लंबी कतार से यातायत विभाग भी प्रबंधन से खफा है। यातायात विभाग के लाख समझाईश की परवाह किए बगैर धड़ल्ले से हाईवे के किनारे मार्गों में ट्रकों का पखवाड़ेभर से कब्जा हो गया है।
सर्विस लेन में आवाजाही करने वाले दो पहिया वाहनों और साइकिल सवारों के लिए हादसे होने की चिंता साफ दिख रही है। एफसीआई गोदाम में चावल भंडारण के लिए प्रबंधन ने ट्रकों को बेतरतीब तरीके से सर्विस लेन में खड़ा कर दिया है। स्थानीय रामदरबार मंदिर से लेकर बायपास तिराहे तक ट्रकें दोनों सर्विस लेन में कतारबद्ध खड़ी है। इस दौरान हाईवे से गुजरने वाले राहगीरों को ट्रकों की वजह से मुसीबत का अहसास हो रहा है।
वैसे भी बायपास तिराहा से कुछ दूर पार्रीनाला डेंजर जोन में बदल गया। पिछले सालभर में वहां बड़ा-छोटा मिलाकर दर्जनभर हादसे हो चुके हैं। जिसमें 3 से 4 लोगों की मौत भी हो चुकी है। यातायात विभाग के अधिकारी सर्विस रोड में खड़ी ट्रकों की वजह से लोगों की शिकायतों का हल ढंूढ नहीं पा रहे हैं। दो पहिया वाहन चालकों के लिए सर्विस लेन में ट्रकों का खड़ा होना हादसा बढ़ाने का काम कर रहा है। यातायात विभाग के सामने व्यवहारिक दिक्कत यह है कि केंद्र के निर्देश पर चांवल भंडारण किए जाने के काम में खलल डालना संभव नहीं है। जबकि एसपी प्रफुल्ल ठाकुर और अन्य यातायात अधिकारियों ने एफसीआई गोदाम के अफसरों को बेहतर बंदोबस्त करने के लिए ठोस विकल्प तैयार करने का भी निर्देश दिया है।
दिक्कत यह है कि केंद्रीय अफसर होने का रौब झाडक़र स्थानीय अधिकारियों के साथ प्रबंधन का तालमेल नहीं है। बताया जा रहा है कि राजनांदगांव के गोदाम में चांवल भंडारण करने के लिए एक लक्ष्य एफसीआई को दिया गया है। जिसके चलते यातायात नियमों की परवाह छोडक़र भंडारण किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि दुर्ग और बालोद में भी एफसीआई के गोदाम खाली पड़े हैं। स्थानीय स्तर पर लोगों को हाईवे में हो रही परेशानी से प्रबंधन ने किनारा कर लिया है। अब पुलिस प्रशासन के समक्ष लोगों की शिकायतें पहुंच रही है। इस मामले में कलेक्टर ही सीधे तौर पर दखल दे सकते हैं। बहरहाल यातायात विभाग के लिए चांवल भंडारण के लिए खड़ी ट्रकें समस्याएं खड़ी कर रही है। एफसीआई के अफसरों के तौर-तरीकों को लेकर स्थानीय पुलिस अफसर काफी नाराज भी हैं।