राजनांदगांव

गोधन न्याय योजना से जरूदतमंदों को लाभान्वित करने की जरूरत- कलेक्टर
12-Jul-2022 3:44 PM
गोधन न्याय योजना से जरूदतमंदों को लाभान्वित करने की जरूरत- कलेक्टर

पंचायतों में शत-प्रतिशत गौठान होना चाहिए स्वीकृत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 जुलाई।
कलेक्टर डोमन सिंह ने सोमवार को  कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सुराजी गांव योजना एवं गोधन न्याय योजना की गहन समीक्षा की। इस दौरान सभी जनपद सीईओ एवं सीएमओ वीडियो कांफे्रसिंग के माध्यम से जुड़े रहे। कलेक्टर सिंह ने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत गौठान स्वीकृत होने चाहिए। इसके साथ ही सभी गौठानों में गोबर खरीदी का कार्य करना है। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की महत्वपूर्ण योजना है। इसके लिए यह जरूरी है कि गौठान सक्रिय रहें और जरूरतमंद व्यक्ति इससे लाभान्वित हो सकें। ऐसे ग्राम पंचायत जहां गौठान के लिए अतिक्रमण की स्थिति हो वहां ग्राम स्तर पर निराकरण का प्रयास करें। वन विभाग के गौठानों के लिए भी कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत ग्राम पंचायतों में पौधरोपण किया जाना है। उन्होंने गौठान की गतिविधियों के लिए अनिवार्य रूप से प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन के कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए एक कंट्रोल रूम बनाएं जहां सुराजी गांव योजना एवं गोधन न्याय योजना से संबंधित कार्यों की मॉनिटरिंग की जा सके।

कलेक्टर सिंह ने कहा कि सभी गौठानों में चारागाह विकसित किया जाना है। जिसके लिए नेपियर घास एवं मक्का के खेती की तैयारी रखे। उन्होंने रोका-छेका अभियान के संबंध में कहा कि गांव की फसलों को सुरक्षित रखने शासन के मंशानुरूप यह पारंपरिक अभियान चलाया गया है। 10 से 20 जुलाई तक यह अभियान रहेगा। इसके लिए तैयारी रखते चरवाहे की नियुक्ति करें। गांव में मवेशियों को खुले में न छोडक़र गौठान में रखा जाए, इसके लिए गांव के लोगों से चर्चा करते कार्य योजना बनाएं।

कलेक्टर ने कहा कि ऐसे गौठान जहां डबरी निर्माण किया जा सकता है, वहां डबरी निर्माण करते हुए मत्स्य पालन को प्रोत्साहन दें, जहां डबरी निर्माण नहीं हो पा रहा है वहां बॉयोफ्लॉक कल्चर के माध्यम से मत्स्य पालन करें। उन्होंने कहा कि सभी जनपद सीईओ प्रति मंगलवार दोपहर 1.30 से 2.30 बजे तक जन चौपाल लेंगे। कोविड टीकाकरण के कार्य को गति देना है। इसके लिए गांव में विशेष रूप से मुनादी एवं प्रचार-प्रसार कराएं।

जिला पंचायत सीईओ गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि गोबर खरीदी के अनुपात में ही वर्मी टांका होना चाहिए। मत्स्य पालन के लिए तालाब निर्माण किया जाना है। चारागाह विकसित करने अभी सही समय है इसके लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि रोका-छेका अभियान के अंतर्गत फसलों की सुरक्षा के लिए सभी को कार्य करना है। सभी गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट के अलावा 3 तरह की गतिविधियां होनी चाहिए। उन्होंने कार्यों में गति लाने के लिए कहा।

इस अवसर पर उप संचालक कृषि जीएस धुर्वे, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. राजीव देवरस, उप संचालक हाथकरघा इंद्रराज सिंह, सहायक संचालक मत्स्य पालन गीतांजलि गजभिये, जनपद सीईओ रोशनी भगत, जिला पंचायत के अधिकारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
 


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