राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 जून। शासकीय दिग्विजय स्वशासी उच्चतर महाविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग, आईक्यूएसी, विज्ञान क्लब एवं पेंचवेली पीजी महाविद्यालय, परासिया, जिला छिंदवाड़ा के कोलाबरेशन में प्राचार्य डॉ. केएल टांडेकर की प्रेरणा व संरक्षण में तीन दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर किया गया। प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और सतत विकास थीम पर यह वेबिनार आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति डॉ. अरूणा पलटा ने इस ज्वलंत विषय पर इस राष्ट्रीय ऑनलाइन संगोष्ठी के माध्यम से जागरूकता के लिए दिग्विजय कॉलेज की पूरी टीम को शुभकामनाएं दी। उषा ठाकुर द्वारा स्वागत भाषण दिया गया।
प्राचार्य डॉ. टांडेकर ने शुभकामनाएं दी। मुख्य भाषण में डॉ. पंजाब राव चंदेलकर ने जैव विविधता के बारे में बताया और जैव विविधता में विलुप्त होने वाले प्राणियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। आलोक तिवारी ने जल के स्रोत, उपयोग, वनों की कटाई और इसके संरक्षण सहित जल संरक्षण विषय पर चर्चा की। डॉ. एलपी नागपुरकर ने टिकाऊ भविष्य के लिए अनुकूलन और प्रवासन पहल के माध्यम से जलवायु परिवर्तन और चिंता पर बहुमूल्य बातचीत की।
डॉ. संजय ठिसके ने पर्यावरण संरक्षण के बारे में अपने विचार साझा किए। मंच संचालन में डॉ. किरण लता दामले, डॉ. संजय ठीसके एवं डॉ माजिद अली का योगदान रहा। इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन संगोष्ठी को सफल बनाने में महाविद्यालय की तकनीकी टीम के आशीष मांडले व नादिर इकबाल ने तकनीकी समर्थन दिया।
गोकुल निषाद, चिरंजीव पांडे, प्राणी विज्ञान संकाय और प्राणीशास्त्र के एमएससी के छात्र, एनसीसी कैडेट ने इस वेबिनार को सफल बनाने के लिए अपनी सक्रिय भागीदारी एवं सहयोग दिया।