राजनांदगांव

धर्मनगरी डोंगरगढ़ में करोड़ों का दांव लगाने महाराष्ट्र और प्रदेशभर के जुआरियों का जमावड़ा
12-Oct-2021 1:23 PM
धर्मनगरी डोंगरगढ़ में करोड़ों का दांव लगाने महाराष्ट्र और प्रदेशभर के जुआरियों का जमावड़ा

 

   राजनीतिक संरक्षण और पुलिस की कमजोरी से फड़ में रोज डेढ़ सौ जुआरी     

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 अक्टूबर।
धर्मनगरी डोंगरगढ़ में जुआ में रोजाना करोड़ों रुपए का दांव लगाया जा रहा है। शहर के एक रिहायशी इलाके से सटे सूनसान मैदान में महाराष्ट्र और प्रदेश के अलग-अलग जिलों से जुआ खेलने के लिए एक भीड़ जमा हो रही है। ऐसा नहीं है कि इस मामले में पुलिस को खबर नहीं है।

सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक संरक्षण की वजह से पुलिस कार्रवाई करने में हिचक रही है। मिली जानकारी के मुताबिक रोजाना तकरीबन 150 से अधिक जुआरी फड़ में करोड़ों रुपए का दांव लगा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि खुलेआम राजनीतिक शह के चलते रोजाना दो से तीन करोड़ रुपए फड़ में लगाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के अलावा दुर्ग, बेमेतरा, दल्लीराजहरा, बालोद और भिलाई से जुआरियों का दल फड़ में शामिल हो रहा है। करोड़ों रुपए का जुआ होने के बावजूद पुलिस की ओर से अब तक कार्रवाई नहीं होने से धर्मनगरी की छवि पर भी विपरीत असर पड़ रहा है।

मिली जानकारी के मुताबिक शहर के प्रबुद्ध नागरिकों से लेकर अन्य वर्ग के लोगों को भी जुआ से जुड़ी गतिविधियों की पूरी जानकारी है। पुलिस राजनेताओं के दबाव के सामने विवश नजर आ रही है। थाना प्रभारी शिव चंद्रा ने पदभार ग्रहण करने के बाद असामाजिक गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई करने का संदेश देकर शहर की जनता को भरोसा दिलाया था। जुआ के अलावा शराब और दूसरे अवैध कारोबार पर भी कार्रवाई नहीं होने से पुलिस का ढीले रूख को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

इस संंबंध में डोंगरगढ़ एसडीओपी केके पटेल ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि क्षेत्र में किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों को ढील नहीं दी जा रही है। थाना प्रभारी को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही इसके नतीजे सामने आएंगे।

सूत्रों का कहना है कि नेताओं से मिले खुले संरक्षण के चलते बड़े जुआरियों ने आसपास के लोगों से संपर्क किया। लिहाजा कुछ दिनों के भीतर बड़े फड़ में करोडों रुपए लगाए जा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि अब तक अवैध शराब के मामले में डोंगरगढ़ की छवि दागदार होती रही है, लेकिन गुजरे कुछ महीनों में जुआरियों का अड्डा बनने से शहर की कानून व्यवस्था को भी चुनौती मिल रही है। सूत्रों का कहना है कि बाहर के जुआरी नगद रकम लेकर दांव लगा रहे हैं। यानी बाात साफ है कि बाहर से पहुंचे जुआरियों के शहर दाखिले के दौरान जांच नहीं होना भी पुलिस की कमजोरी को जाहिर कर रहा है।


अन्य पोस्ट