रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 दिसंबर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय वीर बाल दिवस के अवसर पर शुक्रवार को निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ सिविल सोसाईटी द्वारा आयोजित वीरता सम्मान समारोह में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर छत्तीसगढ़ प्रदेश के 4 वीर साहसी बालकों को सम्मानित किया जिसमें साहिब फतेह सिंह वीरता पुरस्कार प्रेमचन्द साहू,साहिबजादा जोरावर सिंह वीरता पुरस्कार कु अंशिका साहू साहिबजादा जुझार सिंह वीरता पुरस्कार कु कांति सिंह, साहिबजादा अजीत सिंह वीरता पुरस्कार ओम उपाध्याय को प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा साहिबजादों का बलिदान हमेशा लोगो को प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में धर्म,आस्था एवं देश की रक्षा के लिए सिख समाज का योगदान अतुलनीय है। निश्चित रूप से इस पहल से बच्चों में शौर्य जगाने की जो अलख जगाई गई है वह सराहनीय कदम है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने आयोजन के लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी की प्रशंसा की एवं सभी साहसी बालकों को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम को दुर्ग सांसद विजय बघेल एवं राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. कुलदीप सिंह सोलंकी ने स्वागत भाषण में कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत जानकारी दीं।
वीर साहिबजादों का बलिदान तीसरी कक्षा के पाठ्यक्रम में
रायपुर 27 दिसंबर। वीर बाल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शुक्रवार शाम राजधानी स्थित स्टेशन रोड गुरुद्वारा पहुंचकर साहिबजादों की शहादत को नमन किया एवं मत्था टेका। इस मौके पर उन्होंने कहा कि
मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा सिख समाज की मांग पर सरकार साहिबजादों की बलिदान की गाथाओं को शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। कक्षा तीसरी की पाठ्यक्रम में इसे पढ़ाया जाएगा। निश्चित ही आने वाले पीढिय़ों को साहिबजादों के बलिदानों एवं साहस के बारे में जानकारी मिलेगी। इस अवसर पर क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी,नान अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा, गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी अध्यक्ष सुरेन्दर सिंह छाबड़ा सहित सिख समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या उपस्थित थे।


