रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 दिसंबर। श्री छत्तीसगढ़ कुच्छी दशा ओसवाल जैन समाज, रायपुर द्वारा फाफाडीह स्थित कुंथुनाथ जिनालय में 25वीं रजत ध्वजा सह त्रिहानिका महोत्सव गुरुवार से प्रारंभ हो गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रात: 6 बजे श्री स्नात्र पूजा से हुई, वहीं दोपहर 3 बजे श्री पार्श्वनाथ पंचकल्याणक पूजा का आयोजन किया गया। इस पूजा का लाभ श्री कुशलचंद महिला मंडल, रायपुर द्वारा लिया गया। सायं 5 बजे चौविहार एवं सांझी का आयोजन हुआ।
समाज के अध्यक्ष चंद्रेश वीरचंद शाह (छेडा), सचिव किशोर मेघजी मोती, उपाध्यक्ष भूपेंद्र गोविंदजी मोमाया, सह-सचिव हितेश शरद मोमाया, कोषाध्यक्ष हरीश शिवाजी लोडाया और महोत्सव समिति के संयोजक हरीश जेवरचंद शाह ने बताया कि मंगल महोत्सव के रजत जयंती वर्ष (25वां वर्ष) के अवसर पर महोत्सव की विशेष झलकियां भी साझा की जाएगी। आयोजन के अंतर्गत भव्य हस्तीनापुर नगरी एवं आलीशान भोजन मंडप का निर्माण किया गया है। छत्तीसगढ़ के लोक नृत्य व झांकियां, हाथी-घोड़ा-रथ सहित भव्य वरघोड़ा, नगर भ्रमण एवं जिनालय का भव्य श्रृंगार आकर्षण का केंद्र रहेगा। रजत जयंती के उपलक्ष्य में ड्रोन से पुष्पवर्षा, नित्य पूजा, महापूजा आरती एवं भक्ति का भावपूर्ण वातावरण देखने को मिलेगा।
आज शुक्रवार, को प्रात: 6.30 बजे श्री रजत पूजा, 7.30 बजे नवकारसी, 7.50 बजे दीपक स्थापना, 8.15 बजे जवारा रोपण, 8.50 बजे नवग्रह पाटला पूजन, 9.15 बजे दशदिग्पाल पाटला पूजन, 9.50 बजे अष्टमंगल पाटला पूजन, दोपहर 12.36 बजे श्री शक्रस्तव अभिषेक तथा सायं 6.30 बजे भव्य आरती, मंगल दीपक एवं श्री महाकाली माताजी की भावना भक्ति संध्या का आयोजन किया जाएगा।
महोत्सव के द्वितीय दिवस शनिवार को सुबह 6.30 बजे श्री रजत पूजा, 7.30 बजे नवकारसी तथा 8.30 बजे भव्य वरघोड़ा निकलेगा। प्रात: 10 बजे धर्म सभा एवं अभिनंदन समारोह का आयोजन होगा। दोपहर 12 बजे साधार्मिक भक्ति तथा 12.36 बजे श्री सिद्धचक्र महापूजन संपन्न होगा। सायं 5.30 बजे चौविहार और सायं 6.30 बजे भव्य आरती, मंगल दीपक का आयोजन किया जाएगा। रात्रि 7.30 बजे से भक्ति संध्या का आयोजन होगा, जिसमें मुंबई से पधारे कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। इस अवसर पर 108 दीपकों से प्रभुजी की भव्य आरती की जाएगी।
महोत्सव के तृतीय दिवस रविवार, को सुबह 6.30 बजे श्री रजत पूजा, 7.30 बजे नवकारसी, 8.30 बजे श्री सतरभेदी पूजा का आयोजन होगा। शुभ मुहूर्त में श्री रजत ध्वजारोहण संपन्न होगा। इसके बाद 11.30 बजे साधार्मिक भक्ति एवं दोपहर 12.36 बजे (विजय मुहूर्त) लघु शांति पूजन होगा। सायं 5 बजे चौविहार तथा सायं 7 बजे भव्य आरती व मंगल दीपक का आयोजन किया जाएगा। अगले दिन सोमवार, को शुभ मुहूर्त में ध्वजारोहण बोली होगी। प्रात: 6.30 बजे श्री रजत पूजा व 7.30 बजे नवकारसी आयोजित की जाएगी।



