रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 नवंबर। एनआईटी के गणित विभाग द्वारा कंटिन्यूइंग एजुकेशन सेल के सहयोग से आयोजित एक सप्ताह के ऑनलाइन लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम नॉलेज डिस्कवरी, मैथमेटिकल मॉडलिंग, रफ सेट्स एंड मशीन लर्निंग का समापन हुआ। इस प्रशिक्षण में छत्तीसगढ़ समेत देश के कई शिक्षण संस्थानों के 56 से अधिक शिक्षक और शोधार्थी भी शामिल हुए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. राजेश कुमार पांडे, प्रोफेसर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बीएचयू वाराणसी रहे, जबकि समारोह की अध्यक्षता डॉ. आर. के. त्रिपाठी, निदेशक (प्रभारी), एनआईटी रायपुर ने की। समापन कार्यक्रम में डॉ. सुभोजित घोष, चेयरमैन, सीईसी, और डॉ. नरेंद्र डी. लोंढे, रजिस्ट्रार, एनआईटी रायपुर भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के संचालन में डॉ. अनुप कुमार शर्मा, डॉ. शारदा नंदन राव और डॉ. अरविंद कुमार सिन्हा की भूमिका रही।
इसमें वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि छत्तीसगढ़ की उच्च शिक्षा प्रणाली अब उभरती प्रौद्योगिकियों—विशेषकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन लर्निंग और गणितीय मॉडलिंग—में अग्रणी भूमिका निभा रही है। डॉ. सुजीत कुमार सामंता, विभागाध्यक्ष, गणित ने कहा कि प्रदेश की युवा वैज्ञानिक और शैक्षणिक ऊर्जा अब देशभर में पहचानी जा रही है और इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य के टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम को और मजबूत बनाते हैं।
डॉ. लोंढे ने कहा कि रफ सेट सिद्धांत जैसे विषय बड़े डेटा सेटों में अनिश्चितता को समझने के लिए अत्यंत आवश्यक है। मुख्य अतिथि डॉ. पांडे ने कहा कि सीखने का वास्तविक मूल्य तभी प्राप्त होता है जब ज्ञान को आत्मसात कर वास्तविक समस्याओं में लागू किया जाए।समापन में डॉ. अनुप कुमार शर्मा ने सभी प्रतिभागियों, विशेषज्ञों और आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।


