रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 नवम्बर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पत्रकारो से चर्चा में कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनावी और मतदाता सूची की गड़बडिय़ों के खिलाफ वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान शुरू किया था। प्रदेश कांग्रेस ने हस्ताक्षर अभियान चलाया जिसमें कांग्रेस जनों के अलावा प्रदेश की जनता ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। हम छत्तीसगढ़ से लगभग 15.5 लाख फार्म भरवा के एआईसीसी को आज भेज रहे। राजीव भवन से ये फॉर्म लेकर मेटाडोर रवाना की गई। इसे नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, दीपक बैज, पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू ने हरी झंडी दिखाई।
बैज ने कहा कि सरकार के सैकड़ों करोड़ रु खर्च करने के बाद भी राज्योत्सव तक प्रदेश के आम आदमी की पहुंच नहीं है। राज्योत्सव का पूरा कार्यक्रम रायपुर से 30 किमी दूर नवा रायपुर में है। वहां जानें के लिए बस की सुविधा नहीं की गई है, कोई अपने सुविधा से पहुंच गया तो उसे सरकारी बदइंतजामी का शिकार होना पड़ेगा। वहां पानी और शौचालय तक व्यवस्थित नहीं है। राज्योत्सव भी सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गया। कमोबेश जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में ऐसी ही बदइंतजामी है। बेमेतरा में तो अव्यवस्था के कारण भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार और कलेक्टर के खिलाफ नारे बाजी कर विरोध जताया। विधायक कार्यक्रम का बहिष्कार कर चले गए।
बैज ने कहा कि एग्री स्टेक पोर्टल से बहुत से पूरे किसानों का पंजीयन नहीं हो पाया है। समय भी समाप्त हो गया है, लगभग 6 से 7 लाख किसान पंजीयन से वंचित है। कांग्रेस पार्टी लगातार किसानों की मांग उठा रही कि सोसायटी में आफ लाइन पंजीयन की व्यवस्था की जाय। अब तो भाजपा का किसान मोर्चा भी पंजीयन नहीं होने पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप चुका है। सरकार हठधर्मिता छोड़े तत्काल सोसायटी में पंजीयन कराने की व्यवस्था करे।
बैज ने कहा किपूरे प्रदेश में विशेषकर मुख्यमंत्री के जिले जशपुर में धान की कागज़ों पर खरीदी की गयी तथा शासन के पैसे का करोड़ो का घोटाला किया गया। खुलासा हुआ कि जशपुर के फरसाबहार जनपद पंचायत केन्द्र के 4 धान केन्द्रो में गडियाडीह, कोनपारा, तपकरा, समडमा में कागजो पर खरीदी की गयी। इन चारो केन्द्रों में मिलर के उठाव के बाद जो धान शेष बचना चाहिये वहां लगभग 15 करोड़ का धान शार्टेज है। यह बड़ा घोटाला है, जब 4 केन्द्रो में 15 करोड़ का घोटाला हुआ है तो कल्पना की जा सकती है। पूरे प्रदेश में 2739 केन्द्रों में कितने हजार करोड़ का घोटाला हुआ होगा।


