रायपुर

एम्स ने किया पहला सफल वीए-ईसीएमओ केस, हृदय ने काम करना बंद कर दिया था
30-Oct-2025 7:44 PM
एम्स ने किया पहला सफल वीए-ईसीएमओ केस, हृदय ने काम करना बंद कर दिया था

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 30 अक्टूबर। एम्स  में पहली बार वीनो-आर्टेरियल एक्स्ट्रा-कॉरपोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन का सफल आपरेशन किया। एक 35 वर्षीय महिला, जो उच्च जोखिम गर्भावस्था  से गुजर रही थी, प्रसव के तुरंत बाद पेरिपार्टम कार्डियोमायोपैथी यानी जीवन-घातक हृदय विफलता से पीडि़त हो गई। जब सामान्य उपचार असफल रहे, तब एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर मेडिसिन, सीटीवीएस, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रो-सर्जरी और नर्सिंग सेवाओं की बहु-विषयक टीम ने उन्हें ईसीएमओ पर रखा और उन्नत किडनी सपोर्ट प्रदान किया। गंभीर जटिलताओं के बावजूद, रोगी की स्थिति धीरे-धीरे सुधरी और 65 दिनों बाद  सफलतापूर्वक वेंटिलेटर से हटा दिया गया।

ईसीएमओ  एक अत्याधुनिक जीवनरक्षक तकनीक है, जिसका उपयोग तब किया जाता है जब हृदय या फेफड़े काम करना बंद कर देते हैं और अन्य सभी उपचार विफल हो जाते हैं। यह मशीन अस्थायी रूप से इन अंगों का कार्य संभालती है, जिससे मरीज को स्वस्थ होने का महत्वपूर्ण अवसर मिलता है।

यह इलाज डॉ. सुभ्रता सिंघा और डॉ. चिन्मय के. पांडा के नेतृत्व में  किया गया, उनके साथ विशेषज्ञ सलाहकार डॉ. नितिन कश्यप, डॉ. प्रणय मेसरे, डॉ. रमेश चंद्राकर (ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन), डॉ. विनय राठौर (नेफ्रोलॉजी), डॉ. सौविक पॉल (गैस्ट्रोएंटरोलॉजी) और डॉ. विनिता सिंह (स्त्री एवं प्रसूति रोग) शामिल थे। ले. जनरल अशोक जिंदल (से.नि.), ईडी, सीईओ ने कहा कि पूरी टीम के प्रयासों से इस गंभीर मरीज का जीवन सफलतापूर्वक बचाया जा सका।

यह सफलता सीसीयू टीम की समर्पित मेहनत का परिणाम है — सीनियर रेजिड़ेंट्स डॉ. साईनाथ, डॉ. सतीश, डॉ. चेतन, डॉ. गौरव, डॉ. रुपेन्द्र, नर्सिंग इंचार्ज श्री महेश तथा स्टाफ जिबिन, जसीम, सृष्टि, इतिश्री, गोविंद, विनोद, खूमेंद्र, अजू, परफ्यूज़निस्ट्स विनोद खांडे, श्री राजकुमार, श्री अजीत, और समर्पित स्वास्थ्य सहायकों के योगदान से यह उपलब्धि संभव हुई।


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