रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 अक्टूबर। कल रात बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस में मिले एक लावारिस बैग से सनसनी फ़ैल गई। गोंदिया जा रही 15231 एक्सप्रेस के कोच नंबर ए-2 के सीट 13 के पास लेदर बैग बंद हालत में मिला। ट्रेन उस वक्त डोंगरगढ़ पहुंच रही थी।इसे कोच कंडक्टर वीवी शास्त्री ने तत्काल रायपुर और नागपुर रेल मंडल के कमर्शियल कंट्रोलर से संपर्क कर सूचना दी।
इस पर नागपुर के अधिकारियों ने गोंदिया स्टेशन के आरपीएफ स्टाफ को सक्रिय किया। ट्रेन के पहुंचते ही आरपीएफ जवानों ने बैग को अपने कब्जे में लेकर पड़ताल की। इस बैग में कपड़े कुछ अन्य सामान और प्रसाद मिला। यह बैग किस यात्री का है और वह कहां से कहां के लिए सफर कर रहा था यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।
बैग मिलते ही सीटीआई शास्त्री व साथी टीटीई ने इन ड्यूटी जीआरपी जवान की मदद से नंगे हाथ बैग की जांच की। जो खतरनाक हो सकता था। जैसा कि सर्वविदित है कि डोंगरगढ़ से गोंदिया तक का इलाका माओवादियों के गढ़चिरौली ग्रुप के दायरे में आता है।
ऐसे में लावारिस बैग की ऐसी जांच से अनहोनी हो सकती है। रेलवे को चाहिए कि वह टीटीई ने सही इन ड्यूटी जीआरपी या आरपीएफ जवानों को मैटर डिटेक्टर उपलब्ध कराए। हाल के दिनों में गढ़चिरौली में सक्रिय माओवादियों के सरेंडर करने के बाद शेष कैडर बौखलाया हुआ है। ऐसी स्थिति में अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।


