रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 मई। छत्तीसगढ़ में स्कूल- शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के विरोध में 28 को मंत्रालय घेराव की घोषणा के बीच शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ.) को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करते हुए सहन परीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
यह जानकारी देनी होगी
निलंबन से बहाल शिक्षकों का विवरण: बीते 15 दिनों में जिन शिक्षकों को निलंबन से बहाल किया गया है, उनकी जानकारी तीन दिनों के भीतर प्रस्तुत की जाए। साथ ही बहाली का कारण भी स्पष्ट रूप से बताया जाए।
संभावित अतिशेष वाले विद्यालयों की पहचान: ऐसे विद्यालय, जहां वर्तमान में शिक्षक अतिशेष नहीं हैं, लेकिन दर्ज संख्या के अनुसार यदि गणना की जाए तो वे अतिशेष श्रेणी में आते हैं (जैसे – प्राथमिक विद्यालय में 61 से 65 और पूर्व माध्यमिक में 105 से 110 दर्ज संख्या)। ऐसे सभी स्कूलों का गहन परीक्षण किया जाए। दर्ज संख्या व शिक्षकों की जानकारी: विकासखण्ड स्तरीय समिति से 31 मार्च की स्थिति में प्रत्येक विद्यालय की दर्ज संख्या एवं कार्यरत शिक्षकों की नामवार जानकारी प्राप्त की जाए। संलग्न शिक्षकों की स्थिति स्पष्ट हो: अध्यापन व्यवस्था के तहत संलग्न शिक्षकों को मूल शाला में दर्शाया गया है या नहीं, यह सुनिश्चित करें। उनकी गणना पदस्थ शाला के आधार पर की जानी है। कार्यालय में संलग्न शिक्षकों की गणना न हो: किसी भी कार्यालय में कार्यरत शिक्षकों को मूल शाला में न जोड़ा जाए। आश्रम शालाओं के अधीक्षकों की गणना: आश्रम शालाओं के अधीक्षकों की गणना उनकी मूल शाला में ही की जाए।
रिक्त पदों का मिलान करें: विकासखण्ड स्तरीय समिति से प्राप्त रिक्त पदों की सूची का मिलान कर सटीक लेखा प्रस्तुत करें।
संवेदनशील विद्यालयों की जांच: शिक्षक विहीन, एकल शिक्षकीय और जहां शिक्षक आवश्यकता से कम हैं, ऐसे विद्यालयों की विशेष समीक्षा की जाए।
पारदर्शिता और जवाबदेही अनिवार्य:
पूरी प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता बरती जाए। यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाता है, तो कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
10643 शालाओं के युक्तियुक्तकरण, सर्वाधिक 596 कांकेर जिले में
रायपुर, 27 मई। स्कूल शिक्षा विभाग ने जिलों से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को मान्य करते हुए ई-संवर्ग के 5849 एवं टी-संवर्ग के 4614 इस प्रकार कुल 10643 शालाओं के युक्तियुक्तकरण करने का निर्णय लिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया है। इनमें सर्वाधिक कांकेर 596 और 557 स्कूल रायगढ़ जिले में हैं। इनके अलावा 440 स्कूल महासमुंद, 420 गरियाबंद, रायपुर 389, सबसे कम 69 बीजापुर जिले के हैं। विभाग ने एक ही परिसर में संचालित कुल 10297 स्कूलों का युक्तियुक्तकरण किया है। इसी तरह से ग्रामीण क्षेत्रों में एक किमी के दायरे में आने वाले 2 से अधिक 133, और शहरी क्षेत्र में 500 मीटर के दायरे वाले 35 स्कूल मर्ज होंगे। इनके शिक्षकों को कमी वाले स्कूलों में भेजा जाएगा।