रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 मई। सिंधी समाज के पुरोहित श्याम नगर निवासी यश शर्मा हत्याकांड के गवाहों को पुलिस अभिरक्षा से धमकी दी जा रही है। । यह धमकी यश की जान लेने वाले आरोपी फेन पर दे रहे हैं । गवाहों ने कोर्ट और एसएसपी को पत्र देकर सुरक्षा मांगी है। कोर्ट ने इसे गंभीरता से लेकर पुलिस को जांच करने कहा है ।
पीडित परिवार के मुताबिक जेल में बंद आरोपी तुषार पाहुजा, यश खेमानी,चिराग पंजवानी और तुषार पंजवानी ने पुलिस अभिरक्षा में कोर्ट पेशी आने के दौरान गवाहो को फोन से धमकी दी। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले के चश्मदीद गवाह खुशाल तोलानी और कमलेश बुलवानी है जिनको आरोपियो के द्वारा उनके खिलाफ कोर्ट में गवाही देने नहीं आने की धमकी दी गई । साथ ही पेशी पर आने पर यश शर्मा से भी ज्यादा बुरा हाल करने की धमकी दी गई है।
बता दे कि यश शर्मा को 13 अक्टूबर 2024 को गिरफ्तार आऱोपियो द्वारा घर से अपहरणकर वीआईपी रोड़ स्थित शगुन फॉर्म्स में 3 दिन बंदकर बेदम पिटाई की थी उसके बाद यश शर्मा को गंभीर हालत में घर के बाहर फेंककर सभी आऱोपी फरार हो गये थे।करीब 3 महीने तक शहर के सभी सरकारी औऱ निजी अस्पताल में इलाज चलने के बावाजूद यश शर्मा की मौत हो गई थी।
पुलिस ने सभी फरार शातिर आरोपियो को दुसरे राज्यो से पकड़ा था। इनमें से एक को बंगलुरू से गिरफ्तार किया गया था। धमकी भरे कॉल आने के बाद गवाह और यश के परिजन काफी डरे हुए हैं। और सुरक्षा की मांग के लिए लिखित आवेदन रायपुर एसएसपी और संबंधित कोर्ट के न्यायाधीश से की है।परिजनो के मुताबिक कोर्ट ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इस पुरे मामले की जांच के आदेश दिये हैं।कोर्ट में विचाराधीन आऱोपियो को रखने की जगह पर जेल से पेशी पर कोर्ट आने के दौरान मोबाइलों पर पुलिसकर्मी और आरोपियो के परिजन मोबाइलों पर बात करवाने समेत वीआईपी ट्रीटमेंट देने की मिल रही शिकायतो के चलते पुलिस के आलाधिकारियो ने कोर्ट में सरप्राइज चेकिंग की थी।फिलहाल यश शर्मा के परिवार और गवाहों ने डर का माहौल बताते हुए सुरक्षा की मांग की है।
यह खबर सबसे पहले छत्तीसगढ़ ने प्रकाशित की थी। सभी आरोपी रसूखदार धनाढ्य परिवारों से होने के कारण महीनों तक फरारी काटने में सफल रहे।इस पर इलाके की पुलिस पर भी लेनदेन कर बचाने फरारी काटने का अवसर देने के आरोप लगते रहे हैं।इनमें से एक आरोपी ने तो ऐसी ही कथित फरारी के दौरान अपने पिता के लिए बर्थ डे पार्टी आयोजित की थी। इस मे कुछ पुलिस वाले भी शामिल हुए थे। अंतत: मामले की एसएसपी लाल उमेद सिंह से शिकायत के बाद हरकत में आई थी।