रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 अप्रैल। कई दिनों तक गैरहाजिर प्राचार्य डॉ. श्रीमती राज ढिमोले को पहले निलंबित किया गया, और 24 घंटे बाद बहाल कर उसी स्कूल में पोस्टिंग कर दी गई। यह मामला शासकीय हायर सेकेन्डरी स्कूल जोरा रायपुर का है। शहर से लगे इस स्कूल के बच्चे, और पालक के साथ-साथ कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय है। 24 घंटे के अंदर बहाली को राजनीतिक दखल का परिणाम बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार शाला की प्राचार्या के खिलाफ विद्यार्थियों, और स्टॉफ ने भी अशोभनीय व्यवहार करने की शिकायतें की थी। बताया जा रहा है कि प्राचार्या हाल के कई दिनों तक स्कूल में अनुपस्थित रहीं, और एक साथ सभी दिनों के अटेंडेस पर हस्ताक्षर कर दिया। दोनों मामलों की शिकायत पर उच्चाधिकारियों ने जांच कराई।
जांच में शिकायतें सही पाई गई, तो विभाग ने सिविल सेवा नियम 195-3 के तहत विपरीत गंभीर कदाचार मानते हुए उन्हें 24 अप्रैल को निलंबित करते हुए संयुक्त संचालक कार्यालय अटैच किया था। इसके ठीक एक दिन बाद 25 अप्रैल को शिक्षा विभाग ने एक और आदेश जारी करते हुए निलंबन खत्म कर जोरा स्कूल में ही पदस्थ कर दिया। उनकी इस बहाली के पीछे बड़े राजनीतिक दखल को कारण बताया जाता है। हाल के वर्षों में ऐसा पहली बार देखा गया है कि निलंबन के 24 घंटे बाद ही बहाल किया गया हो।


