रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के विवाद दूर करने के लिए मंगलवार को कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में कहा गया कि संघ के अध्यक्ष भूपेश बघेल जो भी फैसला लेंगे वह सबको मान्य होगा।
कार्यकारिणी के कुछ सदस्यों ने भिलाई में बैठक बुलाकर गुरूचरण सिंह होरा की जगह विधायक देवेन्द्र यादव को महासचिव चुन लिया था। इस बैठक को होरा ने असंवैधानिक करार दिया था। क्योंकि ज्यादातर सदस्य बैठक में नहीं थे। मगर इस बैठक में मौजूद रहने वाले उपाध्यक्ष गजराज पगारिया मंगलवार को कार्यकारिणी की बैठक में भी रहे।
खुद पगारिया ने बैठक की अध्यक्षता की। इसमें महासचिव श्री होरा समेत तमाम पदाधिकारी भी थे। बैठक में यह कहा गया कि वर्तमान में जो विवाद की स्थिति बनी है। वह अत्यंत दुखद है। बैठक में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में संघ के अध्यक्ष सीएम भूपेश बघेल पर फैसला छोड़ दिया गया है। पारित प्रस्ताव में यह कहा गया कि वो जो भी फैसला लेंगे, वह कार्यकारिणी के सभी सदस्यों को मान्य रहेगा।
उल्लेखनीय है कि कुछ महीना पहले होरा के महासचिव पद छोडऩे का ऐलान किया था, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकृत नहीं हुआ था। इसके बाद कुछ लोगों ने सोमवार को एक बैठक कर देवेन्द्र यादव को महासचिव बना दिया। बिना कार्यकारिणी की बैठक के नई नियुक्ति पर सवाल उठ रहे थे। अब सीएम पर फैसला छोडऩे के बाद विवाद के निपटारा होने के आसार हैं।


