रायपुर

विजेन्द्र हत्याकांड के सभी आधा दर्जन से अधिक आरोपी बरी
14-Apr-2023 6:51 PM
विजेन्द्र हत्याकांड के सभी आधा दर्जन से अधिक आरोपी बरी

विवेचना पर उठ रहे सवाल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 14 अप्रैल। 5 सितंबर-22 की सुबह सुबह माना इलाके मे विजेंद्र मारकंडेय की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। यह हत्या इलाके में  सट्टे को लेकर वर्चस्व की लड़ाई या नतीजा थी। विजेंद्र ने सट्टे सा खेल शुरू किया था। कोतवाली इलाके का सट्टा गिरोह बाज रवि ने भी माना में घुसपैठ शुरू की थी। रवि के गुर्गे को जल्दी पकड़े गए लेकिन रवि करीब दो महीने बाद पकड़ाया। उसकी फरारी में पुलिस खासकर कोतवाली स्टाफ की भूमिका रही है । केस का चालन पेश करने को बाद छह महीने में ही सुनवाई पूरी हो गई।

और हत्याकांड मे रवि साहू समेत सभी आरोपियों को सेशन कोर्ट ने  दोष मुक्त कर दिया है। सभी आरोपी बरी कर दिए गए तो फिर हत्या किसने की थी?  या करवाया था। इसे लेकर पुलिस की विवेचना पर प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे हैं। इस मामले में पुलिस कर्मियों को मिलाकर करीब दर्जनभर गवाह थे। इन सभी के होस्टाइल होने की भी चर्चा है। कोर्ट के बाहर इनके बीच लाखों का लेन देन हुआ है। इनकी रिहाई के बाद रवि साहू, और उसके कारोबारी सहयोगियों, और वर्दी वालों में खुशी का माहौल है।

यह था घटनाक्रम

माना बस्ती निवासी विजेंद्र मार्कंडेय उर्फ लल्ला की बदमाशों ने चाकू मारकर हत्या कर दी गई है। घटना से नाराज मृतक के स्वजन और स्थानीय लोगों ने सडक़ पर टायर जलाकर चक्काजाम कर दिया। पुलिस ने हत्या की वारदात में शामिल छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रशासन ने फूड लाइसेंस नही होने पर रेस्टोरेंट को सील कर दिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अपने दोस्त संजय के साथ विजेंद्र रविवार की रात रायपुर-धमतरी मार्ग पर संचालित आरएस रेस्टोरेंट एंड फेमली ढाबा में गया था। वहां पर किसी बात को लेकर ढाबा संचालक के कर्मचारी से विवाद हो गया। देखते ही देखते गाली-गलौज और मारपीट शुरू हो गई। आसपास के लोगों ने विवाद को किसी प्रकार शांत कराया। घटना के बाद विजेंद्र घर चला आया। सुबह करीब नौ बजे ढाबा के आठ से 10 लोग अलग-अलग वाहनों से विजेंद्र के घर पहुंचे। विजेंद्र को घर से बाहर बुलाकर चाकू से हमला कर फरार हो गए।


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