रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 अप्रैल। मुस्लिम समाज बिरनपुर में हुए घटना की पुरजोर विरोध किया है। मुस्लिम समाज के नौमान अकरम हामिद, मोहम्मद लाहिर ने गुरूवार को पत्रकार चर्चा में कहा कि शांति का गढ़ कहे जाने वाले प्रदेश में संप्रदायिक्ता का जहर घोला जा रहा है। प्रदेश में बिरनपुर जैसी निंदनी है। सभी समुदाय के लोग यहां आपस में भाई चारे के साथ रहते आए हैं। कभी भी इस प्रकार की घटना को अंजाम नहीं दिया गया है। स्वाभाविक है दो भाई अगर लड़ लिए तो भी आपस में गांव वाले बैठकर सुलझा लिया करते थे लेकिन अभी आने वाले कुछ दिनों में चुनाव को देखते हुए पक्ष और विपक्ष के नेता इसे सांप्रदायिक रूप दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ का माहौल खराब करने में कोई कमी नहीं की गई। मुस्लिम समाज इस प्रकार की घटना का विरोध करता है। और इस संप्रदाइक्ता में मारे गए दोनों समुदायों के लोगों को के लिए सरकार से मुआवजे की मांग करता है।
उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों की जान की कीमत पर सत्ता हासिल करना न्यायसंगत नहीं है। छत्तीसगढ़ की जनता ऐसे लोगों को चुनाव में जरुर सबक सिखाएगी। समाज ने मांग किया है की जब एक पक्ष के सभी 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था तो हुड़दंग करने की साजिश किसने की। और दूसरे दिन दो चरवाहों की हत्या किसके कहने पर की गई। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। और दोषियों को चाहे वह कोई भी समाज से हो सख्त सजा मिलनी चाहिए।


