रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 6 अप्रैल। शहरवासियों से निकाय संपत्तिकर में ब्याज और जुर्माना दोनों वसूल रहे हैं । और उद्योगों को सम्पत्ति कर के भार मुक्त किया जा रहा है। हाउसिंग बोर्ड की कालोनियों के निवासी जलकर और लैंडमेंटेनेंस का पैसा बोर्ड को जमा कर ही रहे थे। अधिकतर लोगों को जानकारी ही नहीं थी संपत्तिकर की। जमा करने जा रहे हैं तो ब्याज और जुर्माना के रूप में मनमाना पैसा वसूला जा रहा है। जब करोड़ों का मुनाफा कमाने वाले उद्योगपतियों को भारमुक्त किया जा सकता है तो नागरिकों का कम से कम ब्याज तो माफ किया ही जा सकता है। चुनाव से पहले कांग्रेस ने कहा था कि नगर निगम और पालिका क्षेत्र में आने वाले सभी नागरिकों को संपत्ति कर में हम बड़ी छूट देंगे । लेकिन यह केवल जबानी जमा खर्च होकर रह गया। इतना ही नहींं 2 साल के करोनाकाल का भी ब्याज जोड़ जा रहा है। वो भी 17 फीसदी चक्रवृद्धि ब्याज लिया जा रहा।


