रायपुर

उदंती-सीतानदी के कोर इलाके के गांवों को सामुदायिक वन अधिकार पत्र
09-Aug-2021 6:09 PM
उदंती-सीतानदी के कोर इलाके के गांवों को सामुदायिक वन अधिकार पत्र

विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में थिरके सीएम

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 9 अगस्त। मुख्यमंत्री निवास में सोमवार को विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर सीएम ने उदंती-सीता नदी अभ्यारण्य के कोर इलाके के पांच गांवों को सामुदायिक वन अधिकार पत्र भी दिया गया। इस मौके पर आदिवासी नृत्य का भी आयोजन किया गया। जिसमें नर्तकों के साथ सीएम श्री बघेल भी थिरके।

सीएम हाऊस में आयोजित कार्यक्रम में सरकार के मंत्री ताम्रध्वज साहू, मोहम्मद अकबर, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, अमरजीत भगत और अन्य प्रमुख नेता मौजूद थे।  वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सरकार के मंत्री कवासी लखमा, और बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने सरकारी नौकरियों में बस्तर क्षेत्र के स्थानीय निवासियों को ही प्राथमिकता देने की मांग की। उन्होंने कहा कि यहां के लोग दूसरे जिलों में नहीं जाना चाहते। अगर उनको यहीं रोजगार मिलेगा तो स्थानीय समुदाय के लिए बेहतर होगा। लखेश्वर बघेल ने बस्तर की पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ को सरकार नौकरी देने की मांग की।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर के मंत्रियों-विधायकों की मांगों पर विचार का भरोसा दिलाया। श्री बघेल ने कहा कि सरकार आदिवासी समाज के सामाजिक-राजनीतिक विकास के लिए काम कर रही है। वन अधिकार पत्रों, अबूझमाड़ के गांवों के राजस्व सर्वेक्षण और स्कूल-कॉलेज खोले जाने, शिक्षकों की नई भर्तियों से आदिवासी समाज के सामने नए अवसर खुले हैं।

इससे पहले सीएम भूपेश बघेल और मंत्रियों ने बूढ़ा देव की पूजा की। महुआ से तर्पण किया। दंतेश्वरी माता की धूप-दीप से पूजा की। बाद में शहीद वीर नारायण सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान हमर जंगल, हमर अधिकार फिल्म का ट्रेलर जारी हुआ। एकलव्य और प्रयास आवासी विद्यालयों के बच्चों को लैपटॉप और 50 हजार रुपए दिए गए। प्रतीक स्वरूप सामुदायिक और व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र का वितरण किया गया।


अन्य पोस्ट