रायगढ़

50 फीसदी स्थानीय युवाओं को खनन आधारित उद्योग में रोजगार की मांग
19-Jul-2021 9:11 PM
50 फीसदी स्थानीय युवाओं को खनन आधारित उद्योग में रोजगार की मांग

आरटीआई कार्यकर्ता ने राठिया को लिखा पत्र

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

खरसिया, 19 जुलाई। आरटीआई कार्यकर्ता गोपाल सिंह जूदेव ने मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण अध्यक्ष लालजीत सिंह राठिया को पत्र लिखकर 50 फीसदी स्थानीय युवाओं को खनन व खनन आधारित उद्योग में रोजगार दिलाये जाने के लिए पहल करने की मांग की है।

धरमजयगढ़ विधायक और कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष लालजीत सिंह राठिया को लिखे पत्र में खरसिया अंचल के आईटीआई कार्यकर्ता गोपाल सिंह जूदेव ने उन्हें अवगत कराया है कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज के साथ ही साथ अन्य आर्थिक रूप से पिछड़े समाज के हजारों प्रतिभाशाली युवा रोजगार के अभाव में निराशा और अपमान की जिंदगी जीते हैं और रोजगार के अभाव में अन्य राज्यों में पलायन करने को बाध्य हो जाते हैं, जो कि हम सभी के लिए अत्यधिक गंभीर विचारणीय प्रश्न है जिसका त्वरित निराकरण किया जाना अति आवश्यक है।

छत्तीसगढ़ खनिज संपदा की दृष्टिकोण से अत्यधिक धनी राज्य है। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए 21 जून 2013 की छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आर्थिक विकास हेतु बेरोजगार युवाओं के हितों को साधने के लिए यह निश्चित किया गया था कि 50 प्रतिशत स्थानीय व्यक्तियों को खनन व खनन आधारित उद्योग में रोजगार दिया जाएगा, परन्तु अधिकांश खनन उद्योग में स्थानीय युवाओं को रोजगार पर नहीं रखा जाता है और न ही तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा इस ओर कोई कार्यवाही की गई। जिसके कारण छत्तीसगढ़ के हजारों स्थानीय प्रतिभाशाली बेरोजगार युवा अपने आपको ठगा सा उपेक्षित, अपमानित महसूस करने लगे और उन्हें गुजर-बसर, जीवन-यापन हेतु अन्य राज्यों को पलायन करने हेतु बाध्य होना पड़ा।

तात्कालीन शासनकाल में छत्तीसगढ़ के प्रतिभाशाली बेरोजगार युवाओं के हितों को साधने के लिए ईमानदारी के साथ कोई कार्य नहीं किया गया। वर्तमान में बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु आप मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संज्ञान में इस गंभीर विषय को लाकर स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलवाने का प्रयास करें, जिससे छत्तीसगढ़ राज्य के युवाशक्ति छत्तीसगढ़ के सर्वांगीण विकास में सहभागी बन सके।

अंत में जूदेव ने अनुरोध करते हुए लिखा है कि छत्तीसगढ़ के सपूतों को स्वावलंबन आत्मनिर्भर बनाने हेतु छत्तीसगढ़ शासन से त्वरित कार्रवाई कराने हेतु प्रयास करें।


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