रायगढ़
तालाब के पास मिला था हाथी का बच्चा मृत, जांच के लिए नमूने बरेली भेजे गए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 22 दिसंबर। रायगढ़ वनमंडल के अंतर्गत वन परिक्षेत्र रायगढ़ के बंगुरसिया वन क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से लगभग 30 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इस दौरान वन परिक्षेत्र के तालाब के पास एक 6 माह का हाथी शावक मृत अवस्था में पाया गया है। जिसके तालाब में डुबकर मौत होने की आशंका जताई जा रही है। वन विभाग ने आसपास क्षेत्र के ग्रामवासियों से सुबह व शाम के समय सतर्क रहने वन क्षेत्र की ओर न जाने और हाथियों की गांव के आसपास उपस्थिति होनें पर विभाग को तुरंत सूचित करने की समझाईश जारी की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 19 दिसंबर की रात यह दल बंगुरसिया गांव के आसपास तथा बड़झरिया तालाब क्षेत्र में देखा गया, जहां हाथी सुबह तक मौजूद रहे। इसके पश्चात हाथियों का दल घने वन क्षेत्र की ओर चला गया। कल सुबह 6 बजे वन विभाग के अधिकारियों द्वारा तालाब के समीप निरीक्षण किए जाने पर एक लगभग छह माह का नर हाथी शावक मृत अवस्था में पाया गया। इसकी सूचना तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया। सुरक्षा के दृष्टिगत मृत शावक का शव विच्छेदन कर उसे इंदिरा विहार, रायगढ़ लाया गया, जहां पशु चिकित्सा अधिकारी रायगढ़ की टीम की उपस्थिति में वनमंडलाधिकारी रायगढ़, उप वनमंडलाधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी रायगढ़ व तमनार तथा वन कर्मचारियों के समक्ष शव परीक्षण की प्रक्रिया पूरी की गई।
शव परीक्षण के दौरान अंगों को सुरक्षित कर दफनाया गया, वहीं संभावित संक्रामक बीमारी की जांच के लिए जैविक नमूने इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, इज्जतनगर, बरेली (उत्तर प्रदेश) भेजे जा रहे हैं।
रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात ही शावक की मृत्यु के कारणों का स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा। इस बीच वन विभाग ने क्षेत्रवासियों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। अधिकारियों ने ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वे हाथियों के झुंड के समीप न जाएं और हाथियों की उपस्थिति की जानकारी तुरंत टोल फ्री नंबर 1800-233-2631 अथवा संबंधित वन रक्षक, परिक्षेत्र सहायक एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी को दें। वन विभाग द्वारा हाथियों की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।


