रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 23 नवंबर। एनटीपीसी लारा द्वारा नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत स्थानीय समुदाय में पोषण सुरक्षा को बढ़ावा देने और घर-घर में हरी सब्जियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ साथ बागबानी कार्य को बढ़ावा देने की उद्देश्य से किसानों को अनिल कुमार, कार्यकारी निदेशक (एनटीपीसी लारा) के हाथों उन्नत किष्म के पौधा 21 नवम्बर को वितरण किया गया। इस अवसर पर उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए अनिल कुमार ने कहा इस पहल का उद्देश्य है की पारंपरिक कृषि के अतिरिक्त लोगों को नई कृषि प्रणाली से जागरूक करना एवं इसके माध्यम से उनका आर्थिक अभिवृद्धि सुनिश्चित करना है।
कार्यक्रम के दौरान किसानों को मुनगा, पपीता, सहजन, के साथ ही ड्रेगन फ्रूट की पौधे वितरित किए गए। साथ ही, रायगढ़ कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों द्वारा जैविक खाद के उपयोग, पौधों की देखरेख एवं नियमित सिंचाई के महत्व पर उपयोगी जानकारी भी प्रदान की गई।
अधिकारियों ने बताया कि पोषण वाटिका का उद्देश्य है परिवारों को सिर्फ ताजी, स्वच्छ और पौष्टिक सब्जियां उपलब्ध कराना नहीं है, बल्कि ड्रेगोन फ्रूट जैसी कैश क्रॉप को क्षेत्र में बढ़ावा देना है ताकि किसानों की आमदानी में बढ़ौतरी हो। बाड़ी में ताजी हरी सब्जी मिलने से जहां कुपोषण की रोकथाम होगी और स्वास्थ्य संवर्धन और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। एनटीपीसी लारा द्वारा समय-समय पर ऐसी सामुदायिक पहलें आयोजित की जाती हैं ताकि आसपास के गाँवों में सतत विकास और जीवन स्तर में सुधार सुनिश्चित किया जा सके।
स्थानीय निवासियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि पौध वितरण से उन्हें अपने घरों में छोटी-छोटी पोषण वाटिकाएँ तैयार करने में सहायता मिलेगी, जिससे परिवारों को प्राकृतिक और पोषक खाद्य सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष जाकिर खान, विभागाध्यक्ष हरी शंकर पटेल एवं कृषि विज्ञान केंद्र की अधिकारी बीएस राजपूत एवं बड़ी संक्षा में ग्रामीण उपस्थित रहे।


