रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 10 अक्टूबर। घरघोड़ा पुलिस ने हत्या के प्रयास मामले में फरार चल रही युवती को तमनार क्षेत्र में देखे जाने की सूचना पर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। घटना के बाद से आरोपी युवती बेंगलुरू में लुक छिपकर रह रही थी।
आज जब थाना प्रभारी घरघोड़ा निरीक्षक शरद चन्द्रा को आरोपिया दिशा भगत के ग्राम कोसमपाली तमनार में देखे की सूचना मिली तो तत्काल महिला स्टाफ के साथ ग्राम कोसमपाली में दबिश दिया गया और आरोपिया दिशा भगत उम्र 23 वर्ष सा. रूमकेरा, थाना घरघोड़ा, जिला रायगढ़ (छ.ग.) वर्तमान पता-बेंगलुरू (कर्नाटक) को हिरासत में लेकर थाना लाया गया जिससे विधिवत पूछताछ करने पर अपनी बड़ी बहन आरोपिया धनकुंवर तिग्गा के साथ मिलकर धनकुंवर की ननद रमा उरांव की हत्या की साजिश रचने और हत्या को अंजाम देने लडक़े तैयार करना स्वीकार की है। आरोपिया से घटना करने में प्रयुक्त एक रियलमी कंपनी का मोबाईल जब्त कर आरोपिया का गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
क्या था मामला
घरघोड़ा के वार्ड क्रमांक 3, उरांवपारा में 21 अगस्त की सुबह रमा उरांव (30) पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हत्या की नीयत से हमला किया गया था, जिसमें घरघोड़ा पुलिस और रायगढ़ साइबर सेल की संयुक्त टीम ने 72 घंटे के भीतर न मामले का खुलासा कर हमलावर युवकों सहित प्लानिंग करने वाली महिला को गिरफ्तार किया।
पूर्व में गिरफ्तार आरोपिया धनकुंवर तिग्गा ने अपने खुलासे में बताया कि उसका पति रामलाल एसईसीएल कर्मचारी है जिसकी तीन बहनें हैं उनमें से बाकी दो की शादी हो चुकी है और रमा बस अविवाहित बची है, शादी होकर आने के कुछ साल बाद से ही इसकी सास रंगवती और इसकी ननद रमा अक्सर खेत मकान और जमीन के बंटवारे को लेकर झगड़ा विवाद करते रहते हैं और इसके घर के ठीक सामने रहते हैं। चूंकि रमा की शादी भी नहीं हो रही थी इसलिए एक दिन तंग आकर जब उसने अपनी छोटी बहन दिशा भगत से इस बारे में चर्चा की तो दोनों ने मिलकर रमा को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और दिशा भगत जो बेंगलुरु में रहकर नर्स का काम करती है, उसके परिचित रायगढ़ निवासी राजू गुप्ता से संपर्क करवाया जो 3 अगस्त को धनकुंवर तिग्गा से मोबाइल के जरिए संपर्क करके घरघोड़ा मिलने पहुंचा जहां रेकी करवाने और बातचीत के बाद रमा को जान से करने का सौदा एक लाख में इन लोगों ने तय किया।