रायगढ़

किरोड़ीमल ट्रस्ट के अध्यक्ष समेत छह पर एफआईआर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 अगस्त। सेठ किरोड़ीमल धर्मादा ट्रस्ट रायगढ़ की संपत्तियों के दुरुपयोग के आरोप में अध्यक्ष समेत छह के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया गया है।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ ही नहीं देश के नामचीन शहरों में स्व. सेठ किरोड़ीमल द्वारा किये गए कार्यों के चलते अलग नाम है और इनकी दानवीरता के किस्से भी सैकड़ों हैं. अकेले रायगढ़ जिले की बात करें तो आज जिले में स्व. सेठ किरोड़ीमल द्वारा बनाये गए स्कूल, कॉलेज, अस्पताल कॉलोनी के अलावा धर्मशाला दर्जनों ऐसे कार्य हैं, जो आज भी एक उदाहरण है।
कहा जाता है कि बच्चा अगर जन्म लेता है तो किरोड़ीमल के द्वारा बनवाये गए अस्पताल में और अंतिम सांस के लिये भी दाह संस्कार के लिये दो गज जमीन भी मिलती है तो किरोड़ीमल के द्वारा दान में दी गई मुक्तिधाम की जमीन भी इसका ऐसे काम हैं जो शायद ही कहीं और देखने को मिले, लेकिन उनके जाने के बाद उनके अरबो की संपत्ति उनके ही कुछ परिवार के लोगों ने ट्रस्ट के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए या तो बेच दी या फिर अपने चहेतों के नाम कर दी। इसी मामले को लेकर अब हरियाणा के एक ट्रस्टी के द्वारा की गई शिकायत के बाद स्व. किरोड़ीमल के पोते सहित उनके पड़पोतों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई और जल्द ही इनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
इस संबंध में रायगढ़ सिटी कोतवाली थाना प्रभारी शनिप रात्रे ने एक चर्चा के दौरान बताया कि सेठ किरोड़ीमल धर्मादा ट्रस्ट रायगढ़ की संपत्तियों के दुरुपयोग के मामले में अध्यक्ष समेत छह के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया गया है।
थाना प्रभारी के मुताबिक आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ट्रस्ट की संपत्ति के दुरुपयोग की शिकायत 3 अगस्त को की गई थी, जिसमें जांच के बाद अपराध दर्ज किया गया है।
ज्ञात हो कि कई बरस से सेठ किरोड़ीमल चैरिटेबल ट्रस्ट की संपत्तियों को लेकर विवाद चल रहा है। रायगढ़ की अदालत से भी इस मामले में कार्रवाई का आदेश हो चुका है।
स्व. सेठ किरोड़ीमल की अरबों की संपत्ति में अपना हक बनाये रखने के लिए कुछ ट्रस्टियों द्वारा मनमाने ढंग से नये सदस्य की नियुक्ति तथा फर्जी ढंग से पावर ऑफ अटार्नी जारी करना और संपत्ति को हड़प कर हिसाब किताब में गड़बड़ी करना सामने आने के बाद हरियाणा से आये एक ट्रस्टी ने इस पर शिकायत दर्ज कराई थी, इसके बाद ट्रस्ट के अध्यक्ष समेत छह के विरुद्ध कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
बताया जा रहा है कि ट्रस्ट के ही हरियाणा निवासी पदाधिकारियों ने रायगढ़ आकर अदालत के आदेश को आधार बनाकर पुलिस को आवेदन दिया। सोमवार रात को छह के खिलाफ धारा 420 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आरोप है कि ट्रस्ट की दिल्ली, नागपुर, हिसार आदि शहरों में स्थित संपत्तियों का दुरुपयोग किया गया है। लैंड यूज का स्वरूप ही बदल दिया गया। कई जमीनों को बेच दिया गया। पावर ऑफ अटॉर्नी भी गलत तरीके से दिए जाने का आरोप लगाया गया है।
ट्रस्ट की संपत्ति का निजी हित में उपयोग करने का आरोप भी लगाया गया था। ट्रस्टी नियुक्ति में भी बिना कोरम पूरा किए मनमानीपूर्ण प्रक्रिया अपनाने का आरोप भी लगा है। हरियाणा निवासी कालीचरण केसान ने ऐसी अनियमितताओं के विरुद्ध अदालत का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट ने भी इस मामले में कार्रवाई के आदेश दिए थे।
6 ट्रस्टीयों की हो चुकी है मौत, फिर भी होती रही नियुक्ति
सेठ किरोड़ीमल ने सात सदस्यों को ट्रस्टी बनाया था। इसमें से छह की मृत्यु हो चुकी है। सेठ कालीचरण केसान का देहांत वर्ष 2020 में हुआ था। इससे पहले वह विधायक घनश्याम सर्राफ और विजय बंसल टैणी समेत 5 लोगों को ट्रस्टी बना गए। जबकि ट्रस्टी रमेश मोड़ा ने अपने परिवार व रिश्तेदार समेत पांच सदस्यों को ट्रस्टी बना दिया था।
सेठ कालीचरण केसान द्वारा बनाए गए ट्रस्ट के सदस्यों को गलत ठहराते हुए रमेश मोड़ा ने अदालत में केस किया था। अदालत ने विधायक व अन्य ट्रस्टियों की नियुक्त को गलत बताया था, लेकिन इस पर अदालत से स्टे लिया गया था। अब अध्यक्ष व अन्य पांच के खिलाफ ही अपराध दर्ज हो गया है।