रायगढ़
स्टाइपेंड बढ़ाने की उठाई मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 2 अगस्त। मंगलवार से जूनियर डॉक्टर्स ने अपनी मांग को लेकर आंदोलन में चले गए हैं। जिसके चलते मेडिकल कॉलेज सहित शासकीय अस्पतालों में काम काज पूरी तरह ठप हो गया है। इनकी जगह सीनियर डाक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
जूनियर डाक्टरों ने काफी समय पहले से ही स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर शासन को यह अवगत कराया था कि इस पर जल्द से जल्द निर्णय लें अन्यथा वे फिर से अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिये चले जाएंगे। शासन स्तर पर कोई पहल नहीं होता देख मंगलवार से रायगढ़ मेडिकल कालेज सहित छत्तीसगढ़ के सभी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल में चल गए हैं। अपने स्टाइफंड की मांग को लेकर जूनियर डाक्टरों ने मंगलवार से अपना कामकाज बंद कर दिया है। जिसके चलते मेडिकल कालेज अंतर्गत संचालित शासकीय अस्पतालों में ओपीडी के अलावा अन्य सेवाएं प्रभावित हुई है।
इस संबंध में जूनियर डाक्टरों का कहना है कि हम सभी जूनियर डाक्टर आज एकत्रित होकर स्टाइपेंड कम रखा गया है जिसके चलते हमारे डेली खर्चे पूरी तरह पूरी नहीं हो पाते। 19 जनवरी को हमने पहले भी इस मांग को लेकर आंदोलन किया था जिसके बाद हमें आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही आपकी मांगों को पूरी किया जाएगा लेकिन कई महीने बीते जाने के बावजूद इस ओर कोई पहल नहीं होता देखे वे फिर से आंदोलन करने को बाध्य हो गए हैं।
महिला जूनियर डॉक्टर का कहना है कि वर्तमान में उनका स्टाइपेंड दस हजार रूपये है जो काफी कम है। उसके बाद जब मांगे रखी गई तब यह बढक़र 12 हजार 6 सौ रूपये हुआ, लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी यह स्टाइपेंड बढ़ा ही नहीं है। जबकि महंगाई लगातार बढ़ रही है और उन्हें अपना खर्चा निकालना पड़ता है ऐसे में हमारी जरूरतें पूरी करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।


