रायगढ़

डॉ.रेणुका शर्मा उपन्यास के लिए सम्मानित
01-Aug-2023 3:08 PM
डॉ.रेणुका शर्मा उपन्यास के लिए सम्मानित

कहा-मां से मिली प्रेरणा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 1 अगस्त। यूं तो रायगढ़ जिले की बेटी डॉ. रेणुका शर्मा आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है। जिस तरह पत्रकारिता के क्षेत्र में रेणुका के पिता नरेश शर्मा ने अपनी अलग पहचान बना राष्ट्रीय स्तर पर छवि बनाई है। वहीं अब उनकी बेटी भी उन्हीं के नक्शे कदम पर चलते हुए आज जिले का ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ का नाम राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त करके अपने परिवार का नाम रोशन किया है।

डॉ. रेणुका को उनके द्वारा लिखी गई एक उपन्यास अनवील्ड लाइफ टेल्स के लिए एमिली डिकिंसन को 21वीं सदी के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। रायगढ़ की यह बेटी अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपनी माता स्व. बबिता शर्मा को देती है। यह अवार्ड कल ही प्रकाशक द्वारा उनके घर भेजा गया है।

जिसके मिलने के बाद डॉ.रेणुका ने अपने पाठकों का आभार व्यक्त करते हुए यह अवार्ड अपनी मां के नाम समर्पित किया है।   

रायगढ़ जिले की बेटी डॉ.रेणुका शर्मा रायगढ़ के बेनी कुंज निवासी वरिष्ठ पत्रकार नरेश शर्मा की बेटी है और वह पेश से एक नेचुरोपैथी डॉक्टर हैं। डॉ. रेणुका अलग-अलग वेबसाइटों में  स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर भी लेख लिखते रहती है उन्हें अपनी भावनाओं को कविताओं और कहानियों के रूप में लिखने का बहुत शौक है। डॉ. रेणुका शर्मा एक उपान्यास सपने कल्पना की सह लेखक हैं, साथ ही रायगढ़ की इस बेटी ने दो किताबें अनावरण लाइफ टेल्स जो कविताओं की किताब है और ए लव विद नो पार्टिशन जो एक उपन्यास है उसकी भी लेखिका है। रेणुका द्वारा हाल ही में एक किताब अनवील्ड लाइफ टेल्स के लिए उन्हें एमिली डिकिंसन को 21वीं सदी के अवॉर्ड से सम्मानित किया है। ये पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ लेखक जो प्रकाशन गृह का चयन करते हैं उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया जाता है।

डॉ. रेणुका शर्मा ने बताया कि अपनी इस उपलब्धि का श्रेय वो अपनी माँ स्व. बबिता शर्मा को देती है। रेणुका का कहना है कि उनके जीवन में उनकी माता ही सबसे बड़ी मार्गदर्शक शक्ति है, साथ ही साथ ‘छत्तीसगढ़’ के संवाददाता अपने पिता नरेश शर्मा और छोटे भाई अमन शर्मा के साथ बिना उसके लिए ये मुकाम हासिल करना संभव नहीं होता।

  इस अवसर पर रेणुका के पिता नरेश शर्मा का कहना था कि उन्हें अपनी बेटी की इस सफलता पर गर्व है और वे चाहते हैं कि ऐसे ही वो आने वाले दिनों में अपनी प्रतिभा के जरिये रायगढ़ ही नहीं, अपितु प्रदेश का नाम रोशन करती रहे। श्री शर्मा बताते हैं कि पत्नी स्व. बबीता शर्मा के निधन के बाद उनकी डाक्टर बेटी ने जिस प्रकार शब्दों के जरिये उपान्यास लिखा है उससे वह भी चकित है कि परिवार में रहते उसने कब इतनी बारीकियों को समझते हुए शब्दों को एक उपान्यास की शक्ल दे दी।

कलेक्टर ने भी डॉ. रेणुका की थपथपाई पीठ

पहले कविता संग्रह की पुस्तक अनावरण लाइफ टेल्स जो कविताओं की किताब है और ए लव विद नो पार्टिशन जो एक उपन्यास है, को पढऩे के बाद जिले के कलेक्टर तारन सिन्हा ने भी उनकी लेखनी की जमकर तारीफ की है और फोन पर डॉ. रेणुका को बधाई देते हुए कहा कि वाकई उन्होंने जिस प्रकार उपन्यास में परिवार को लेकर जो बातें लिखी है, उसकी जितनी तारीफ की जाये वह कम है। कलेक्टर तारन सिन्हा ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए यह भी कहा है कि इस प्रकार के लेखनी बहुत कम पढऩे को मिलती है। 


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